Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Mar, 2018 12:46 PM
पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय ने पिछले साल फैजाबाद के एक धार्मिक नेता के वित्त पोषण के स्रोत पर आईएसआई को अपनी गड़बड़ रिपोर्ट पेश करने के लिए जमकर फटकार लगाई। न्यायाधीश ने इस दौरान कहा कि वे देश को लेकर डर गए हैं।
इस्लामाबादः पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय ने पिछले साल फैजाबाद के एक धार्मिक नेता के वित्त पोषण के स्रोत पर आईएसआई को अपनी गड़बड़ रिपोर्ट पेश करने के लिए जमकर फटकार लगाई। न्यायाधीश ने इस दौरान कहा कि वे देश को लेकर डर गए हैं।
शीर्ष अदालत ने पिछले साल नवंबर में फैजाबाद के पीछे धार्मिक पार्टी के नेता खडीम हुसैन रिजवी के वित्तीय विवरणों के बारे में इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) की ओर से पेश की गई रिपोर्ट पर असंतोष व्यक्त किया था। न्यायमूर्ति काजी फेज ईसा की अध्यक्षता वाली सर्वोच्च न्यायालय की दो सदस्यीय पीठ ने आज इस मामले की सुनवाई की।
क्या कहा सुनवाई के दौरान
सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि इससे पाकिस्तानी पूंजी में एक ठहराव आया है। इस मुद्दे पर देश की प्रमुख खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट पर असंतोष व्यक्त करते हुए न्यायमूर्ति ईसा ने टिप्पणी की कि अंतिम सुनवाई में बेंच ने रिजवी के वित्तपोषण के स्रोत के बारे में सूचित करने के लिए एजेंसी को कहा था। अदालत ने आईएसआई की तरफ से रिपोर्ट पेश कर रहे डिप्टी अटॉर्नी जनरल सोहेल महमूद से पूछताछ कर आश्चर्य व्यक्त किया कि खुफिया एजेंसी रिजवी के आय के स्रोत से कैसे अनजान हो सकती है।
जस्टिस मुशिर आलम ने सवाल किया कि आईएसआई ने रिजवी की आय, बैंक खातों के स्रोत, आयकर विवरण का उल्लेख क्यों नहीं किया। न्यायमूर्ति ईसा ने टिप्पणी की कि इस रिपोर्ट को पढ़ने के बाद उन्हें देश कों लेकर डर पैदा हो गया है। रिजवी ने अरबों की पाकिस्तानी संपत्ति को नष्ट कर दिया और आज कोई भी नहीं जानता कि वह क्या करता है। द डॉन अखबार ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय ने फैजाबाद में आईएसआई की रिपोर्ट को पहले ही खारिज कर दिया था।