सैन्य अदालतों में सुनवाई को वैध बना सकती है पाकिस्तानी संसद

Edited By ,Updated: 10 Mar, 2017 05:38 PM

pakistan assembly to legalise trials before military courts

पाकिस्तान की संसद में एक एेसा विधेयक पारित हो सकता है जिससे सैन्य अदालतों में दो और वर्ष की अवधि के लिए सुनवाई वैध हो जाएगी। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की...

इस्लामाबाद: पाकिस्तान की संसद में एक एेसा विधेयक पारित हो सकता है जिससे सैन्य अदालतों में दो और वर्ष की अवधि के लिए सुनवाई वैध हो जाएगी। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार शुक्रवार को सांसदों के समक्ष इस विधेयक का मसौदा पेश कर सकती है।इस बात के संकेत मिले हैं कि राष्ट्रीय असेंबली में संवैधानिक संशोधन का सर्वसम्मति से समर्थन किया जाएगा।


सेना को मिल जाएगा यह अधिकार 
इस संशोधन से सेना को यह अधिकार मिल जाएगा कि वह आतंकवाद से संबंधित आरोपों पर किसी भी संदिग्ध पर मुकदमा चला सकें। वर्ष 2015 में इसी तरह के संशोधन में सैन्य अदालतों को दो वर्ष के लिए संदिग्ध आतंकवादियों के खिलाफ सुनवाई करने की मंजूरी दी गई थी। इस मंजूरी की अवधि जनवरी में समाप्त हो गई।  दिसंबर 2014 में पेशावर के एक स्कूल पर तालिबान के हमले के बाद 2015 में सैन्य अदालतों को यह अनुमति दी गई थी। इस हमले में 154 लोग मारे गए थे जिनमें से ज्यादातर स्कूली छात्र थे। सेना ने कहा कि पिछली दो वर्ष की अनुमति के दौरान 274 मामले सैन्य अदालतों में भेजे गए, जिनमें 161 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई। 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!