Edited By ,Updated: 12 Mar, 2017 12:01 PM
भारत के आतंरिक मामलों में दखलंदाजी की कोशिशों से पाकिस्तान कभी भी बाज नहीं आता...
इस्लामाबादः भारत के आतंरिक मामलों में दखलंदाजी की कोशिशों से पाकिस्तान कभी भी बाज नहीं आता। अजमेर बम विस्फोट मामले में स्वामी असीमानंद के अदालत से बरी होने के बहाने भारतीय उप उच्चायुक्त को तलब कर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। असीमानंद समझौता विस्फोट के अलवा मक्का मस्जिद मामले में भी अभियुक्त हैं।
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय में दक्षिण एशिया एवं दक्षेस के महानिदेशक ने भारत के उप उच्चायुक्त जेपी सिंह को शुक्रवार को तलब किया। पाक विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि स्वामी असीमानंद ने खुलेआम समझौता एक्सप्रेस हमले के मास्टरमाइंड थे। उन्होंने हमले में अपने साथी के तौर पर भारतीय सेना के अधिकारी कर्नल पुरोहित की भी पहचान की थी, जो अभिनव भारत के प्रमुख थे।
17 फरवरी 2007 को हुए इस हमले में 68 लोग मारे गए थे, जिसमें 42 पाकिस्तानी नागरिक थे। पाकिस्तान सरकार ने कहा है कि हमें उम्मीद है कि हमले के शिकार सभी लोगों को न्याय दिलाने के लिए भारत कदम उठाएगा। गौरतलब है कि जयपुर के स्पेशल कोर्ट ने अजमेर बम विस्फोट कांड में असीमानंद समेत सात आरोपियों को बरी कर दिया, जबकि तीन आरोपियों को इस मामले में दोषी पाया था।