Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jun, 2017 12:55 PM
अमरीका में भारतीय समुदाय के लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पहली द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान रक्षा सहयोग और आतंकवाद के...
वॉशिंगटन: अमरीका में भारतीय समुदाय के लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पहली द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान रक्षा सहयोग और आतंकवाद के साथ ही विवादित एच-1बी वीजा के मुद्दे पर भी चर्चा करनी चाहिए।
भारतीय समुदाय के लोगों ने जोरों से किया पीएम का स्वागत
मोदी की एक झलक पाने के लिए विलियार्ड इंटरकॉन्टीनेंटलहोटल के बाहर मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों ने जोरों से खुशी से चिल्ला कर गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। इस भीड़ में हैदराबाद की मृदुला भी थीं जो एच-1बी वीजा पर न्यूयॉर्क में काम कर रहीं है।
एच-1बी वीजा पर चिंताओं को ट्रंप के समक्ष रखें मोदी
मृदुआ और उनकी एक मित्र ने कहा कि वह चाहती हैं कि मोदी एच-1बी वीजा पर चिंताओं को ट्रंप के समक्ष रखें। इस वीजा का इस्तेमाल भारतीय आईटी कंपनियां आईटी पेशेवरों को अमरीका भेजने के लिए करती हैं। उन्होंने कहा,हम उम्मीद करते हैं कि इस मुद्दे का जो भी परिणाम निकले वह भारतीयों के पक्ष में हो और इसी के साथ ही वह अमरीकी जनता को रूष्ट करने वाला नहीं हो।
अमरीका में भारतीयों पर हमले की घटना के बारे में सुनना बेहद डरा देने वाला होता है। उन्होंने कहा,मोदी बेहद ताकतवर नेता हैं और मुझे विश्वास है कि ट्रंप के साथ मुलाकात के दौरान एच-1बी वीजा पर कुछ बेहद सकारात्मक परिणाम सामने आना वाला है । एक अन्य भारतीय फंडरेजर कमेटी ऑफ आेवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी के अध्यक्ष आत्मा सिंह ने आतंकवाद और साइबर अपराध को बातचीत के लिए अहम मुद्दा बताया। एच-1बी वीजा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भारतीय पेशेवरों की मेहनत और योगदान के बिना अमरीकी आईटी उद्योग अधूरा रहेगा। ट्रंप प्रशासन पहले ही कह चुका है कि अगर भारतीय पक्ष ट्रंप और मोदी की मुलाकात के दौरान एच-1बी वीजा का मुद्दा उठाएगा तो अमरीका उसका जवाब देने के लिए तैयार है।