Edited By ,Updated: 09 Nov, 2016 06:11 PM
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपंिब्लकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की शानदार जीत को लेकर लोगों ने वैश्विक स्तर पर हैरानी जताई और इस जीत के व्यापार, मानवाधिकार और जलवायु परिवर्तन पर पडऩे वाले प्रभावों को लेकर गुस्से का इजहार किया है।
कुआलालंपुर: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपंिब्लकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की शानदार जीत को लेकर लोगों ने वैश्विक स्तर पर हैरानी जताई और इस जीत के व्यापार, मानवाधिकार और जलवायु परिवर्तन पर पडऩे वाले प्रभावों को लेकर गुस्से का इजहार किया है। ट्रंप के उदय को उनके प्रचार अभियान के संंदर्भ में विदेश में पूरी उत्सुकता के साथ देखा जा रहा है। उन्होंने अपने भाषणों में व्यापार समझौतों को खत्म करने, वैश्विक गडजोड़ों पर सवाल उठाने, प्रवासियों को रोकने और जलवायु परिवर्तन को खारिज करने की बात की थी। चुनाव नतीजों को जानने के लिए एशिया में लोगों के बीच काफी उत्सुकता रही।
दुनिया के सर्वाधिक मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में एक विश्वविद्यालय के व्याख्याता दियानिता सुगियो (34) ने कहा कि वह मुसलमानों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगाए जाने के ट्रंप के आह्वान को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वह हमेशा से मुस्लिम विरोधी रहे हैं और मुझे डर इस बात का है कि मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव करेंगे।’’ ट्रंप ने 12 देशों के ‘ट्रांस-पैसेफिक पार्टनरशिप’ के समझौते से अलग हटने की बात की थी। यह समझौता आेबामा की कूटनीति का प्रमुख हिस्सा था। सिंगापुर आधारित ‘आसियान स्टडीज सेंटर’ के प्रमुख तांग सिव मून ने कहा कि एेसे कदमों से उस क्षेत्र में अमेरिका के हितों को नुकसान पहुंचेगा जहां चीन उसके नेतृत्व के लिए चुनौती पैदा कर रहा है।