Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jan, 2018 03:47 PM
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर अमरीकी पत्रकार माइकल वोल्फ द्वारा लिखित किताब ''फायर एंड फ्यूरी'' से अमरीकी राजनीति में भूूचाल आ गया है। मामले में नया मोड़ तब आया जब 2 अमरीकी रिपब्लिकन सीनेटरों ने न्यायालय विभाग और एफबीआई से इस विवादास्पद किताब की...
वाशिंगटनः राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर अमरीकी पत्रकार माइकल वोल्फ द्वारा लिखित किताब 'फायर एंड फ्यूरी' से अमरीकी राजनीति में भूूचाल आ गया है। मामले में नया मोड़ तब आया जब 2 अमरीकी रिपब्लिकन सीनेटरों ने न्यायालय विभाग और एफबीआई से इस विवादास्पद किताब की जांच कर रहे क्रिस्टोफर स्टील के खिलाफ आपराधिक जांच की मांग कर दी ।
शिन्हुआ एजैंसी की रिपोर्ट के अनुसार सीनेटर चक ग्रेसले और लिंडसे ग्राहम ने पूर्व ब्रिटिश खुफिया एजैंट स्टील को कथित रूप से संघीय जांचकर्ताओं को झूठे बयान देने के लिए कहा था। ग्रेसले ने अपने बयान में कहा, 'मैं हल्के ढंग से आपराधिक जांच के लिए एक रेफरल नहीं करता लेकिन जैसा कि हमारी जांच के दौरान किसी अपराध के किसी भी विश्वसनीय प्रमाण का पता लगता है मैं उचित जानकारी के लिए न्याय विभाग के साथ उस जानकारी को पारित करने के लिए बाध्य महसूस करता हूं।'
ग्राहम ने कहा कि विशेष वकील को इस मामले की समीक्षा करने की आवश्यकता है' उनका कहना है कि रेफरल किसी अपराध के आरोप का इरादे से नहीं किया जा रहा है।ग्रेसले सीनेट न्यायपालिका समिति के अध्यक्ष हैं, जो ट्रंप के कथित संबंधों में रूस के विशेष वकील रॉबर्ट मुलर के साथ जांच का संचालन कर रहे हैं। रेफरल को गुरुवार को बनाया गया था लेकिन इसकी जानकारी शुक्रवार को मिली। विवादित दस्तावेज को संकलित करने के लिए स्टील को काम पर रखा था।
माइकल वोल्फ की किताब 'फायर एंड फ्यूरी' में कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए थे। अमरीकी पत्रकार की किताब के मुताबिक, पिछले साल आश्चर्यजनक चुनावी जीत के बाद अमरीका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप की आंखों में आंसू थे, लेकिन वो खुशी के आंसू नहीं थे। उनके अनुसार ट्रंप राष्ट्रपति बनना ही नहीं चाहते थे।
डोनाल्ड ट्रंप ने किताब के प्रकाशकों से इसे प्रकाशित करने से तत्काल रोकने की मांग की है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार पुस्तक के प्रकाशक स्टीव रूबिन और लेखक माइकल वोफ को ट्रंप की कानूनी टीम द्वारा भेजे गए पत्र में ट्रंप ने 'पुस्तक के प्रकाशन से पूरी तरह से पीछे हटने और माफी मांगने' की मांग की है। यह किताब 9 जनवरी को प्रकाशित होनी है।