Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Jul, 2017 02:55 PM
रानी राष्ट्रपति के विवादित बयान से अफगानिस्तान में बवाल मच गया है। जानकारी मुताबिक, ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी ने अपने बयान में यह कहकर विवाद पैदा कर ...
काबुल: ईरानी राष्ट्रपति के विवादित बयान से अफगानिस्तान में बवाल मच गया है। जानकारी मुताबिक, ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी ने अपने बयान में यह कहकर विवाद पैदा कर दिया है कि अफगानिस्तान में बांध परियोजनाएं पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही हैं। जिसे लेकर अफगानिस्तान में विभिन्न प्रांतों के सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं।
गौरतलब है कि तेहरान में रेत तूफान पर आयोजित एक कॉन्फ्रेंस के दौरान ईरान के राष्ट्रपति ने अफगानिस्तान के बांध परियोजनाओं की कड़ी आलोचना की। रोहानी ने कहा था, हम ऐसी चीजों को लेकर चुप्पी साधे नहीं रह सकते हैं, जो हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही हैं।
पख्तिया एसोसिएशंस के सदस्य रहमतुल्ला जलांद ने कहा कि रोहानी द्वारा की गई टिप्पणी दर्शाती है कि ईरान 1970 में उसके और अफगानिस्तान के बीच हुए हेलमंद रिवर समझौते का सम्मान नहीं कर रहा है। आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ का कहना है कि रोहानी द्वारा की गई टिप्पणी को हेलमंद रिवर समझौते का उल्लंघन माना जा सकता है। ईरान को अफगानिस्तान के दो जल क्षेत्रों हेलमेंद और हरिर्रोड से पर्याप्त पानी मिलता है। अफगानिस्तान के उत्तर व दक्षिण में कजाकी, कमाल खान और सलमा जैसे कई बांध स्थापित किए जा चुके हैं।