Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Sep, 2017 01:14 PM
दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट(IS) को इस बार जोरदार धक्का लगा है। दरअसल रूसी सेना ने सीरिया में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के शीर्ष कमांडरों पर...
मॉस्को: दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट(IS) को इस बार जोरदार धक्का लगा है। दरअसल रूसी सेना ने सीरिया में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के शीर्ष कमांडरों पर दुनिया का सबसे शक्तिशाली गैर-परमाणु बम 'फादर ऑफ ऑल बॉम्ब' गिराया है। हमले में इस्लामिक स्टेट के 4 नेता मारे गए।
गौरतलब है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेना द्वारा गिराया गया यह बम अमरीका के एमओएबी यानी 'मदर ऑफ ऑल बम' से चार गुना ज्यादा शक्तिशाली है। अमरीका ने अप्रैल 2017 में अफगानिस्तान में आईएस के ठिकानों पर 'मदर ऑफ अल बम' गिराया था। इसमें 11 टन विस्फोटक था, जबकि रूस के बम में 44 टन विस्फोटक है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस ने 7 सितंबर को यह बम गिराया था। बता दें कि इसी दिन रूसी रक्षा मंत्रालय ने अपने फेसबुक पेज पर कई IS आतंकियों को मार गिराने का दावा भी किया था। पोस्ट में लिखा गया, 'रूसी वायुसेना के सटीक हवाई हमलों के परिणामस्वरूप देर-इज-जोर शहर में 40 से ज्यादा आईएस आतंकियों को मार गिराया है।' मारे जाने वालों में गुलमुरोद खलिमोव नाम का आतंकी भी शामिल था, जिसने अमरीका में ट्रेनिंग ली थी और उसे 'मिनिस्टर ऑफ वॉर' नाम से जाना जाता था।
2007 में हुआ था पहला परीक्षण
2007 में पहली बार रूस ने 'फादर ऑफ ऑल बम' का परीक्षण किया गया था। उससे ठीक 4 साल पहले यानी 2003 में अमरीका ने 'मदर ऑफ ऑल बम' का परीक्षण किया था। इससे होने वाली तबाही लगभग परमाणु बम जैसी ही होती है। लेकिन इससे रेडिएशन का खतरा नहीं होता। इसे गिराने के बाद यह हवा में ही फट जाता है। हवा और ईधन के मिलने से यह और भी भयानक रूप ले लेता है।