Edited By ,Updated: 01 Feb, 2017 12:39 PM
मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता एवं जमात उद दावा के मुखिया हाफिज सईद ने दावा किया है कि उसकी हिरासत से कश्मीरियों के ‘भारत के खिलाफ संघर्ष’ को ‘नई प्रेरणा’ मिलेगी...
इस्लामाबादः मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता एवं जमात उद दावा के मुखिया हाफिज सईद ने दावा किया है कि उसकी हिरासत से कश्मीरियों के ‘भारत के खिलाफ संघर्ष’ को ‘नई प्रेरणा’ मिलेगी। सईद को सोमवार को लाहौर में मस्जिद अल-कुदसिया चौबुर्जी स्थित जमात के मुख्यालय से हिरासत में लिया गया और बाद में उसके जौहर टाउन स्थित घर में बंद कर दिया गया। पंजाब प्रांत के प्रशासन ने सईद के घर को बाद में उपजेल घोषित कर दिया । सईद को फिलहाल 90 दिन की नजरबंदी में रखा गया है जिसे और बढ़ाया जा सकता है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार आने वाले दिनों में जमात उद दावा और उसकी सहयोगी संस्थाओं के खिलाफ कुछ और कदम उठा सकती है। गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि जमात और एफआईएच के कुछ कार्यकर्ताओं के नाम उस सूची (एग्जिट कंट्रोल लिस्ट) में शामिल किया गया है जिनके देश छोड़ कर जाने पर रोक है। उन्होंने कहा, ‘वे पंजाब के अलग-अलग जिलों से आते हैं लेकिन सरकार ने उन्हें लाहौर में एक ही घर में रखने का फैसला किया है।’ कड़ी पुलिस सुरक्षा और दर्जनों समर्थकों के साथ अपने घर रवाना होने से पहले सईद को एक संवाददाता सम्मेलन करने की भी इजाजत दी गई। सईद ने दावा किया, ‘मुझे हिरासत में लेने का आदेश इस्लामाबाद से नहीं वाशिंगटन से आया है।’
उसने कहा, ‘अगर किसी को लगता है कि मुझे नजरबंद करने से कश्मीर में आजादी के आंदोलन को रोकने में मदद मिलेगी तो वह ख्याली दुनिया में रह रहा हैं। मेरी गिरफ्तारी से भारत के खिलाफ कश्मीरियों के आंदोलन को नई प्रेरणा मिलेगी।’ सईद ने कहा कि अगर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगता है कि मेरी गिरफ्तारी से उन्हें कश्मीर में राहत मिल जाएगी तो वो बड़ी गलती कर रहे हैं। उसने कहा, ‘हमने 2017 को कश्मीरियों के साथ एकजुटता का साल घोषित किया है।’ उसने कहा कि पांच फरवरी को प्रस्तावित सभी कार्यक्रम पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में तयशुदा तरीके से मनाए जाएंगे। सईद ने लाहौर हाई कोर्ट में अपनी नजरबंदी को चुनौती देने का एेलान किया है।