Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Nov, 2017 01:10 PM
सऊदी अरब में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत 11 प्रिंस गिरफ्तार किए गए है जबकि 4 मंत्रियों और कई पूर्व मंत्रियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है...
रियादः सऊदी अरब में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत 11 प्रिंस गिरफ्तार किए गए है जबकि 4 मंत्रियों और कई पूर्व मंत्रियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। किंग अब्दुलअजीज बिन सऊद ने प्रिंस मितेन बिन अब्दुल्ला को भी पद से हटा दिया। उनके पास अहम जिम्मेदारी थी, वे नैशनल गॉर्ड के मुखिया था। इससे पहले खबर थी कि 10 प्रिंस और दर्जनों पूर्व मिनिस्टर को हिरासत में लिया गया था। हिरासत में लिए गए लोगों के नाम जारी नहीं किए गए हैं।
लोकल ब्रॉडकास्टर अल-अरबिया के मुताबिक, 2009 में जेद्दा में आई बाढ़ और 2012 में मर्स वायरस का इन्फैक्शन फैलने के मामलों की जांच नए सिरे से शुरू की गई है। इसके तहत करप्शन की जांच के लिए नई कमेटी बनाए जाने के 4 घंटे के अंदर ही यह कार्रवाई की गई है। इस बीच किंगडम के टॉप खलीफाओं की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह इस्लामिक जिम्मेदारी है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाए।
सरकार का कहना है कि एंटी करप्शन कमेटी को इस बात का हक है कि वह लोगों को गिरफ्तारी का वारंट जारी कर सके, लोगों के बैंक खाते सीज कर सके और उन पर पाबंदी लगा सके। ह कमेटी फंड की भी जांच कर सकती है, साथ ही फंड के ट्रांसफर पर भी रोक लगा सकती है। जब तक यह मामला जुडीशियरी के पास नहीं जाता है तब तक कमेटी ऐसे फैसले ले सकती है। सऊदी अरब की गवर्नमेंट न्यूज एजेंसी एसपीए के मुताबिक, इस कमेटी की अगुआई क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान कर रहे हैं। उन्हें अरेस्ट वॉरन्ट जारी करने या ट्रैवल बैन करने का हक है।