Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Nov, 2017 05:42 PM
साल 2012 में खींची गई एक तस्वीर फिर से दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रही है। इस तस्वीर को यूनिसेफ की ओर से फोटो ऑफ द ईयर चुना गया है। तस्वीर जितनी विचलित करने वाली है, उसके पीछे की कहानी उतनी ही मार्मिक है।
सीरियाः साल 2012 में खींची गई एक तस्वीर फिर से दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रही है। इस तस्वीर को यूनिसेफ की ओर से फोटो ऑफ द ईयर चुना गया है। तस्वीर जितनी विचलित करने वाली है, उसके पीछे की कहानी उतनी ही मार्मिक है। 11 साल की बच्ची की इस तस्वीर को स्वीडेन के फोटोग्राफर ने अपने कैमरे में कैद किया । इस बच्ची का नाम दानिया किलसी है। फोग्राफर इस बच्ची से एलेपो क्लिनिक में मिला था।
फोटोग्राफर का कहना है कि बच्ची पूरी तरह खून से सनी हुई थी लेकिन उसके शरीर पर चोटें गहरी नहीं थीं। सीरिया के गृह-युद्ध के दौरान ये बच्ची अपने घर के बाहर खेलते हुए जख्मी हो गई थी। ये तस्वीर साल 2012 की है। यूनिसेफ की ओर से आयोजित फोटो प्रतियोगिता में सिविल वॉर की भयाहवता को स्पष्ट रूप से दिखाने के लिए इस तस्वीर को विजेता घोषित किया है।