Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jul, 2017 11:37 AM
लगता है पाकिस्तान के बुरे दिन शुरू हो गए हैं क्योंकि एक तरफ नवज सरकार संकट में चल रही है...
इस्लामाबादः लगता है पाकिस्तान के बुरे दिन शुरू हो गए हैं क्योंकि एक तरफ नवज सरकार संकट में चल रही है और दूसरी तरफ पाक का खास सहयोगी रहा अमरीका अब उससे धीरे-धीरे दूर होता जा रहा है। इतना ही नहीं अमरीका की ताजा रिपोर्ट से पाकिस्तान की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। इस ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने अपने यहां पर मौजूदा आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। इस रिपोर्ट में अमरीका को इसके लिए चेताया भी गया है। इसके बाद पेंटागन ने पाकिस्तान को मिलने वाले 50 मिलियन डॉलर के फंड पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। माना यह जा रहा है कि इस रिपोर्ट के मद्देनजर ही यह फैसला लिया गया है।
गौरतलब है कि अमरीका ने पाकिस्तान में मौजूद हक्कानी नेटवर्क को खत्म करने के नाम पर 900 मिलियन डॉलर की राशि देने की बात कही थी। इसमें से पाकिस्तान को करीब 550 मिलियन डॉलर दिए भी जा चुके हैं। इसके अलावा बची हुई रकम में 50 मिलियन डॉलर पर तत्काल रोक लगा दी गई है, जबकि 300 मिलियन डॉलर की रकम पर बाद में फैसला लिया जाना है। यह फैसला भी पाकिस्तान की आतंकियों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई को देखते हुए लिया जाएगा।
रिपोर्ट सामने आने के बाद पेंटागन के चीफ जिम मैटिस ने माना है कि पाकिस्तान ने आतंकियों के खिलाफ छेड़े गए अभियान और हक्कानी नेटवर्क को खत्म करने के लिए कुछ नहीं किया है। जबकि इसके नाम पर उसको हर वर्ष करोड़ो डॉलर की रकम दी जाती रही है। मैटिस ने साफतौर पर कहा है कि वह पाकिस्तान से पूरी तरह से निराश हैं, लिहाजा वह इस रकम को देने की इजाजत नहीं दे सकते।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में कॉम्बेटिंग फाइनेंसिंग ऑफ टेररिज्म लॉ होने के बाद भी आतंकी न सिर्फ यहां के संसाधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, बल्कि विभिन्न स्रोतों से फंड की भी उगाही कर रहे हैं। पाकिस्तान ने इसको रोकने के लिए कुछ नहीं किया बल्कि इनकी रिपोर्टिंग करने से मीडिया पर रोक लगा रखी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में वर्ष 2015-2016 के दौरान कुछ आतंकी समूहों के खातों को सीज जरूर किया था।