Edited By ,Updated: 22 May, 2017 03:33 PM
दुनिया में ऐसे देशों की गिनती बढ़ रही है जहां बच्चों की जन्मदर घट रही है...
मॉस्को: दुनिया में ऐसे देशों की गिनती बढ़ रही है जहां बच्चों की जन्मदर घट रही है। ऐसा किसी बीमारी की वजह से नहीं बल्कि बिजी लाइफ, अकेले रहने की आदत और एक से ज्यादा बच्चे पालने से कतराने की सोच है। कुछ देशों में हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि आने वाले टाइम में देश कैसे चलेगा इस बात की चिंता सता रही है। हालात को भांपते हुए इन देशों की सरकारें लोगों को प्रोत्साहित कर रही हैं वो बच्चे पैदा करें।
इटली
इटली में प्रति महिला फर्टिलिटी रेट महज 1.43 है यह यूरोप के औसत 1.58 से भी कम है। हालात के मद्देनजर सरकार ने लोगों को संबंध बनाने के लिए प्रोत्साहित करने करने की पॉलिसी बनाई है। सरकार इस तरह के विज्ञापन चला रही है कि समय निकल रहा है और बच्चे यूं ही नहीं आते। विज्ञापन का मकसद लोगों को याद दिलाना है कि वह समय से बच्चे पैदा कर लें। ‘सुदंरता की कोई उम्र नहीं होती मगर बच्चे पैदा करने की होती है’ सरकार ने यह विज्ञापन जारी किया है। दूसरे विज्ञापन में कहा गया है, आगे बढ़ो इंतजार मत करो।
तुर्की
तुर्की की सरकार ने बच्चे पैदा करने पर ईनाम देने की घोषणा की है। पहला बच्चा पैदा होने पर 130 डॉलर, दूसरे बच्चे पर 170 डॉलर और तीसरा बच्चा पैदा होने पर 260 डॉलर का इनाम मिलेगा। राष्ट्रपति एरडोगान का मकसद है कि हर परिवार में कम से कम 3 बच्चे जन्म लें। वर्ष 2015 में इस पॉलिसी की घोषणा की गई थी। यहां मां बनने वाली महिलाओं को फुल टाइम के वेतन पर पार्ट टाइम जॉब भी दी जाती है।
सिंगापुर
यहां की महिलाओं का फर्टिलिटी रेट दुनिया में सबसे कम है। यहां प्रति महिला केवल 0.81 बच्चे हैं। 9 अगस्त 2012 को सरकार ने नैशनल नाइट का आयोजन किया था। इसका मकसद लोगों को संबंध बनाने के लिए प्रेरित करना था। सरकार ने किराए के लिए उपलब्ध छोटे वन बेडरूम अपार्टमेंट की भी सीमा तय कर दी है ताकि लोग साथ रहने और परिवार बनाने के बारे में सोचें। हर साल सरकार 1.6 अरब डॉलर उन प्रोग्राम पर खर्च करती है, जिनका मकसद लोगों को संबंध बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
रोमानिया
यहां के हालात इस कदर बिगड़ रहे हैं कि सरकार ने बच्चे न पैदा करने वाले दंपतियों पर टैक्स थोप दिया है। ऐसे लोगों पर 20 फीसदी का इनकम टैक्स लगाया जाता है। इसके पीछे सीधा सा लॉजिक है – अगर आप देश को भविष्य में काम करने के लिए कामगार नहीं दे रहे तो डॉलर दें। इसके अलावा कानून इतने सख्त कर दिए गए हैं कि बिना बच्चों वाले कपल के लिए तलाक असंभव हो जाए।
रूस
रूस के हालात भी ठीक नहीं हैं। युवकों की जवानी में मौत हो रही है। एचआईवी/एड्स की बीमारी और शराब की आदत बढ़ रही है। महिलाएं बच्चे पैदा नहीं कर रहीं। यह समस्या आज से नहीं है। वर्ष 2007 में सरकार ने 12 सितंबर को गर्भधारण दिवस घोषित कर दिया था। इस दिन की छुट्टी रहती है ताकि लोग बच्चे पैदा करने पर फोकस कर सकें। जो महिलाएं इस दिन के ठीक नौ माह बाद बच्चे को जन्म देती हैं उन्हें एक फ्रिज उपहार के तौर पर दिया जाता है।
डेनमार्क
आपको अपने परिवार के लिए बच्चे नहीं चाहिए तो कम से कम डेनमार्क के लिए पैदा करें। सरकार कुछ इस तरह बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस देश में महिलाओं को फर्टिलिटी रेट महज 1.73 बच्चे हो गया है। एक ट्रैवल कंपनी तो इसके लिए विशेष ऑफर लेकर आई है। इसके तहत अगर उस ट्रैवल कंपनी से लिए गए टूर पैकेज के दौरान अगर कोई महिला गर्भधारण करती है तो कंपनी की ओर से तीन साल तक बच्चे की जरूरत की चीजें मुफ्त में मुहैया कराई जाएंगी।
दक्षिण कोरिया
हर महीने के तीसरे बुधवार को दक्षिण कोरिया के अधिकारी शाम को 7 बजे लाइट बंद कर देते हैं। इस दिन को फैमिली डे के नाम जाना जाता है। यहां प्रति महिला फर्टिलिटी रेट केवल 1.25 है। सरकार फैमिली लाइफ को प्रमोट करने के लिए हर तरह के कदम उठा रही है। जिन लोगों के पास एक से ज्यादा बच्चे हैं उन्हें नकद प्रोत्साहन दिया जा रहा है।