Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 11:07 AM
आतंक की पनाहगाह बना पाकिस्तान अब खुद अपने ही जाल में फंसता नजर आ रहा है । आतंकवाद के मुद्दे पर घिरा पाक लगातार अमरीका के निशाने पर है। पाक के एक थिंक टैंक की रिपोर्ट में पाक में आतंकवाद को लेकर किए खुलासे के बाद तो अमरीका का पारा सांतवें आसमान तक...
इस्लामाबादः आतंक की पनाहगाह बना पाकिस्तान अब खुद अपने ही जाल में फंसता नजर आ रहा है । आतंकवाद के मुद्दे पर घिरा पाक लगातार अमरीका के निशाने पर है। पाक के एक थिंक टैंक की रिपोर्ट में पाक में आतंकवाद को लेकर किए खुलासे के बाद तो अमरीका का पारा 7वें आसमान तक जा सकता है। पाक की आर्थिक मदद रोकने के बावजूद ट्रंप प्रशासन ने चेताया है कि अगर वह तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी संगठनों का खात्मा नहीं करता है तो उसे कुछ और कड़े फैसलों का सामना करना पड़ सकता है। इस बीच आतंकी संगठन ISIS के तेजी से पांव पसारने पर पाकिस्तान और भी अधिक मुश्किल में पड़ सकता है।
एक थिंक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आतंकी संगठन ISIS पाकिस्तान के समक्ष एक बड़ा खतरा बन रहा है और बेहद खतरनाक ढंग से देश में अपनी मौजूदगी बढ़ा रहा है। पाकिस्तान अक्सर इन दावों को खारिज करता रहा है, मगर ISIS ने बीते कुछ वर्षों में बलूचिस्तान में कई हमलों को अंजाम दिया है।पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर पीस स्टडीज (PIPS) की सुरक्षा रिपोर्ट के मुताबिक, आईएस विशेष तौर पर उत्तरी सिंध और बलूचिस्तान में सक्रिय है और वह पिछले वर्ष चीन के दो नागरिकों के अपहरण तथा हत्या की घटना में भी शामिल था।
रिपोर्ट में सुरक्षा विश्लेषण के निष्कर्षों को PIPS ने साझा किया है। कहा गया है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, जमात-उल-अहरर और अन्य ने इसी तरह के लक्ष्यों के साथ 58 फीसदी हमलों को अंजाम दिया। जबकि 37 फीसदी और पांच फीसदी हमलों को विद्रोहियों और हिंसक जातीय समूहों ने अंजाम दिया। रिपोर्ट में बलूचिस्तान और उत्तरी सिंध में ISIS की बढ़ती मौजूदगी का जिक्र किया गया है। कहा गया है कि उसने 6 खतरनाक हमलों में 153 लोगों की हत्या की है। एक वर्ष पहले की तुलना में वर्ष 2017 में पाकिस्तान में 370 आतंकी हमले हुए, उसमें 815 लोगों की मौत हो गई जबकि 1,736 लोग घायल हो गए।