Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jun, 2017 10:23 AM
सोमवार को भारत संयुक्त राष्ट्र की टी.आई.आर. कंवैंशन से जुड़ने वाला 71वां देश बन गया है...
संयुक्त राष्ट्रः सोमवार को भारत संयुक्त राष्ट्र की टी.आई.आर. कंवैंशन से जुड़ने वाला 71वां देश बन गया है। टीआईआर कन्वेंशन से दक्षिण एशिया एवं उसके बाहर भारत को अपने व्यापार को बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे रणनीतिक व्यापारिक केंद्र बनने की भारत की संभावना मजबूत होगी। भारत की कई कनेक्टिविटी परियोजनाओं को अलग-अलग देशों की ट्रांसपोर्ट और कस्टम सिस्टम के अनुरूप नहीं होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता था लेकिन टी.आई.आर. को लागू करने के बाद भारत को इन परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
टी.आई.आर. माल परिवहन के लिए मानक है जिसका प्रबंधन विश्व सड़क परिवहन संगठन आईआरयू के हाथों में है। आई.आर.यू. ने ही टी.आई.आर. विकसित किया है।आई.आर.यू. के महासचिव उमबेर्टो डि प्रेटो ने कहा, 'मैं देशों के टी.आई.आर. परिवार में भारत का स्वागत करता हूं। यह दक्षिण एशिया में परिवहन, व्यापार और विकास के सिलसिले में तालमेल एवं प्रोत्साहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। टीआईआर भारत को म्यांमार, थाइलैंड, बांग्लादेश, भूटान और नेपाल के साथ व्यापारिक समेकन में मदद करेगा।
यह उसे ईरान में चाबहार बंदरगाह के मार्फत अंतर्राष्ट्रीय उत्तर दक्षिण परिवहन गलियारे में मालढुलाई और अफगानिस्तान एवं तेल समृद्ध यूरेशिया क्षेत्र तक माल परिवहन में भी सहायता पहुंचाएगा।' टी.आई.आर. सिस्टम को लागू करने के भारत के फैसले का व्यापार पर दूरगामी असर पड़ेगा। इससे विभिन्न देशों की सीमा पर कई तरह की प्रक्रियाओं से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा जिससे माल की ढुलाई में लगने वाले समय और पैसे की बचत हो सकेगी। इस सिस्टम के लागू होने के बाद विभिन्न अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर ड्यूटीज और टैक्स का भुगतान किए बगैर मालों का परिवहन हो सकेगा।