Edited By ,Updated: 14 Nov, 2016 05:26 PM
अमरीकी चुनाव परिणामों के बाद अर्थ व्यवस्था की नई व व्यापक रूपरेखा को लेकर विश्व बाजारों में उथल-पुथल मची हुई है...
वॉशिंगटनः अमरीकी चुनाव परिणामों के बाद अर्थ व्यवस्था की नई व व्यापक रूपरेखा को लेकर विश्व बाजारों में उथल-पुथल मची हुई है।चर्चाओं का बाजार गर्म है कि डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति पद संभालने के बाद किस तरह की नई व्यवस्था को लागू करेंगे ?
वैश्विक बाजार में धारणा है कि ट्रंप की नई नीतियों से दुनिया की अर्थ व्यवस्था में नाटकीय बदलाव आएगा क्योंकि ट्रम्प अमरीका के बुनियादी ढांचे को बदलने पर जोर देंगे व अमरीका में मुद्रास्फीति और ब्याज दरों को बढ़ा देंगे। इसके अलावा, ट्रम्प अधिक संरक्षणवादी है, जो मुद्रास्फीति के उछलने का कारण बन सकता है।अर्थ शास्त्रियों को लगता है कि जनता के सार्वजनिक खर्च व बढ़ती ब्याज दरों के बावजूद अमरीकी अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।
ट्रंप काल में लागू हो सकने वाली नीतियों को 4 चार्ट्स में दर्शाने का प्रयास किया गया है जो अमरीका की अर्थ व्यवस्था को नई उंचाइयों पर पहुचा सकेंगी। इन चार्ट्स में दर्शाया गया है कि पिछले सप्ताह ब्लूमबर्ग अमेरिकी ट्रेजरी बांड की तुलना में डो जोंस Industrials अमरीकी शेयर बाजार सूचकांक की नई ऊंचाईयों तक पहुंच गया है।
अन्य चार्ट इक्विटी बाजारों में अन्य बड़े बदलाव के बारे में दर्शा रहा है । इसके अनुसार Emerging market bonds डाऊन व अमरीकी शेयर मार्कीट को अप दिखाया जा रहा है। इसके अलावा ट्रम्प के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर संरक्षणवादी विचार भी उभरते बाजारों पर चोट सकते हैं।