Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Sep, 2017 01:51 PM
दुनिया में इस वक्त शायद सबसे खतरनाक उत्तर कोरिया को माना जा रहा है लेकिन ये सच नही है...
वॉशिंगटनः दुनिया में इस वक्त शायद सबसे खतरनाक उत्तर कोरिया को माना जा रहा है लेकिन ये सच नही है। आप सोच रहे होंगे कि फिर कौन हो सकता है तो इसका जवाब है चौंकाने वाला। हाल में एक सर्वे में पता चला कि दुनिया को अगर आज किसी खतरा है तो वह अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से है। ट्रंप को परमाणु बम से भी ज्यादा खतरनाक माना गया।
सर्वे में सबसे अहम सवाल यही पूछा गया था कि मानव जाति के विनाश के लिए सबसे बड़ा खतरा क्या है। इस सर्वे में दुनिया के 50 नोबल पुरस्कार विजेताओं ने भी अपनी राय रखी। इनका मानना है कि मानव जाति को खत्म कर देने वाली दुनिया जो गंभीर समस्याएं हैं उनमें पर्यावरण, धरती पर बढ़ता आबादी का बोझ, परमाणु युद्ध, फेसबुक-इंटरनेट तो हैं ही, लेकिन इनसे भी ज्यादा खतरनाक ट्रंप जैसे अज्ञानी राजनेता हैं।
अमरीका के पास दशकों से ऐसे परमाणु हथियार हैं जो धरती को इतनी बुरी तबाह कर सकते हैं ये इंसान के रहने लायक भी न रह जाए।लेकिन शायद इतना अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए नाकाफी है।समाचार एजेंसी रॉयटर्स में छपे एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहाथा अच्छा हो अगर किसी देश के पास परमाणु हथियार हों ही ना, लेकिन चूंकि ऐसा नहीं होगा इसलिए ऐसे हथियार रखने के मामले में अमरीका को ही सबसे आगे रहना होगा।अमरीका के हथियारों का ज़खीरा ब्रिटेन के मुकाबले 31 गुना और चीन के मुकाबले 26 गुना बड़ा है।
साल 2010 में प्राग में हुए स्ट्रैटेजिक आर्म्स रिडक्शन ट्रीटी के तहत अमरीका और रूस को अप्रैल 2018 तक अपने परमाणु हथियारों के ज़खीरे को एक समान करना होगा। इसके बाद 2020 में दोनों देशों के बीच नए समझौते पर विचार किया जाना है। इस समझौते को ट्रंप 'एकतरफा' बता चुके हैं। फाउंडेशन ऑफ़ पीस इन दी न्यूक्लियर एरा के कार्यकारी निदेशक रिक वेमैन के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप की कोशिशें 'कतई तर्कसंगत नहीं।
वो कहते हैं कि परमाणु मामले में ट्रंप दोगली नीतियां रखते हैं। कोई अन्य देश परमाणु हथियार बनाए तो अमरीका इसके ख़िलाफ़ कड़े कदम उठाता है जबकि उसके ख़ुद के पास दूसरों से कई गुना अधिक हथियार हैं। वो कहते हैं कि इन तथाकथिक रणनीतिक हथियारों से धरती को बुरी तरह हानि न हो ये अमरीका के हाथों में है, हालांकि ऐसा नहीं है कि अकेला ये ही ऐसा देश है जो धरती को इंसान के रहने लायक न रहने दे।