Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jul, 2017 02:28 PM
तुर्की ने पिछले वर्ष हुए असफल सैन्य तख्तापलट के प्रयासों में शामिल होने के आरोप में लगभग 7 हजार से ज्यादा पुलिस, मंत्रालयों के कर्मचारियों और शिक्षाकर्मियों...
अंकारा: तुर्की ने पिछले वर्ष हुए असफल सैन्य तख्तापलट के प्रयासों में शामिल होने के आरोप में लगभग 7 हजार से ज्यादा पुलिस, मंत्रालयों के कर्मचारियों और शिक्षाकर्मियों को बर्खास्त कर दिया है।
सरकार का कहना है कि देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाए गए हैं, लेकिन आलोचकों का कहना है कि राष्ट्रपति एर्दोगन इस कथित शुद्धिकरण का सहारा लेकर अपने राजनीतिक विरोधियों को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि कर्मचारियों को बर्खास्त करने का आदेश 5 जून का है जिसे शुक्रवार को सरकारी गजट में प्रकाशित किया गया। बता दें कि तख्तापलट की कोशिशों के बाद से तुर्की ने पहले ही डेढ़ लाख अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है और 50 हजार से अधिक लोगों को सेना, पुलिस और दूसरे क्षेत्रों से गिरफ्तार किया है।
हालांकि,तुर्की अधिकारियों ने इस तख्तापलट की कोशिशों के लिए मुस्लिम धर्मगुरु फतेउल्लाह गुलेन पर आरोप लगाया था जिसमें जुलाई 2016 में राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन को सत्ता से हटाने की कोशिश की गई थी। अमरीका में रहने वाले गुलेन ने उस तख्तापलट में किसी भी भूमिका से इंकार किया था। तब से अमरीका ने गुलेन के प्रत्यर्पण की तुर्की की मांग पर चुप्पी साध रखी है। गौरतलब है कि 16 जुलाई 2016 को हुई उस हिंसा में 250 से ज्यादा लोग मारे गए थे। बर्खास्त किए गए लोगों में 2,303 पुलिस अधिकारी, 302 यूनिवर्सिटी शिक्षक, 342 सेवानिवृत्त कर्मचारी और सैनिक शामिल हैं।