Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Mar, 2018 10:38 AM
तुर्की में आतंकवादी समूहों से जुड़े होने और सरकार के तख्तापलट के प्रयासों के आरोप में जेल में बंद दो वरिष्ठ पत्रकारों को जमानत पर रिहा किया गया है। दोनों एक साल से अधिक समय से जेल में थे। रिपोर्ट के अनुसार जम्हूरियत अखबार के प्रमुख संपादक मुरात...
लंदनः तुर्की में आतंकवादी समूहों से जुड़े होने और सरकार के तख्तापलट के प्रयासों के आरोप में जेल में बंद दो वरिष्ठ पत्रकारों को जमानत पर रिहा किया गया है। दोनों एक साल से अधिक समय से जेल में थे। रिपोर्ट के अनुसार जम्हूरियत अखबार के प्रमुख संपादक मुरात सबुन्कू तथा खोजी रिपोर्टर अहमत सिक को जमानत पर रिहा किया गया है। इन पत्रकारों पर तख्तापलट का समर्थन करने का आरोप लगाया गया है।
जांचकर्ताओं का कहना है कि अखबार पर कुर्द आतंकवादियों और अमेरिका में रहने वाले इस्लामिक धर्म गुरू फतेउल्लाह गुलेन के लिए अपराधों में शामिल होने का संदेह भी है। तुर्की सरकार गुलेन को तख्तापलट का साजिशकर्ता मानती है। हालांकि उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया है। तुर्की में जुलाई 2016 में सैन्य तख्तापलट की कोशिश हुई थी, जो असफल कर दी गई थी। इसके बाद से अब तक 50 हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है तथा करीब डेढ लाख लोगों नौकरी से बर्खास्त किया गया है।