Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Dec, 2017 01:47 PM
यूरोपीय यूनियन से अलग होने के नियम व शर्तों के मामले में ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन के बीच एेतिहासिक समझौता हुआ। यूरोपीय कमीशन ने कहा कि आयरलैंड के बॉर्डर, ब्रिटेन के डिवोर्स बिल और नागरिकों के अधिकार सहित ब्रेग्जिट से जुड़े अन्य कई...
ब्रसेल्सः यूरोपीय यूनियन से अलग होने के नियम व शर्तों के मामले में ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन के बीच एेतिहासिक समझौता हुआ। यूरोपीय कमीशन ने कहा कि आयरलैंड के बॉर्डर, ब्रिटेन के डिवोर्स बिल और नागरिकों के अधिकार सहित ब्रेग्जिट से जुड़े अन्य कई मसलों पर वाजिब तरक्की हुई है। आयरलैंड के बॉर्डर को लेकर जो डील हुई है उसके तहत ये तय हुआ है कि आयरलैंड और ब्रिटेन के बीच कोई हार्ड बॉर्डर नहीं बनाया जाएगा।
ब्रिटेन और यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच शुक्रवार को ब्रेक्जिट से अलग होने के ऐतिहासिक समझौते के बाद यूरोपीय संघ ने घोषणा की कि ब्रिटेन के बनाए अपने डिवोर्स बिल, आयरिश सीमा और नागरिकों के अधिकार सहित ब्रेक्जिट से जुड़े मुद्दों पर 'पर्याप्त प्रगति' हुई है। हालांकि ईयू के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने चेताया कि सबसे कठिन काम अभी बाकी हैं। टस्क ने नेताओं से कारोबार और पारगमन वार्ता शुरू करने के लिए अगले सप्ताह एक शिखर सम्मेलन करने की सिफारिश की है। टस्क ने कहा, 'हमें याद रखना चाहिए कि सबसे कठिन चुनौती अब आने वाली है।
इस समझौते से ब्रेक्जिट के दूसरे चरण का रास्ता खुलेगा, जिसमें बदलाव में लगने वाले समय सहित अन्य मसलों पर सौदेबाजी होगी। दिसंबर 14-15 को यूरोपीय यूनियन के नेता एक सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। जून 2016 में ब्रिटेन ने देश में कराई गई वोटिंग के जरिए यूरोपीय यूनियन से अलग होने का फैसला किया। यह ऐसा पहला देश है जो यूरोपीय यूनियन से अलग हो रहा है। यह साथ 40 साल से ज्यादा तक का रहा।
हालांकि अलग होने के लिए अभी कई औपचारिकताएं बाकी हैं, जिनपर बेहद धीमी रफ्तार से काम हो रहा है। डिवोर्स बिल में ब्रिटेन ने ईयू से अलग होने के बदले करीब 40 (करीब 3,033 अरब रुपए) से 45 अरब यूरो (करीब 3413 अरब रुपए) देने की बात कही है। साथ ही अपने यहां रह रहे करीब 30 लाख यूरोपीय नागरिकों के हितों की रक्षा का वादा भी किया है।