Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Feb, 2018 11:18 AM
जॉर्डन ने अपने सहयोगी अमरीका की नीतियों के मुताबिक’’ उत्तर कोरिया के साथ अपना राजनयिक संबंध खत्म कर दिया है। इस फैसले के कुछ महीने पहले अमरीका के क्षेत्रीय सहयोगी कुवैत, कतर और संयुक्त अरब अमीरात ने भी इसी तरह के कदम उठाए थे...
अम्मानः जॉर्डन ने अपने सहयोगी अमरीका की नीतियों के मुताबिक’’ उत्तर कोरिया के साथ अपना राजनयिक संबंध खत्म कर दिया है। इस फैसले के कुछ महीने पहले अमरीका के क्षेत्रीय सहयोगी कुवैत, कतर और संयुक्त अरब अमीरात ने भी इसी तरह के कदम उठाए थे। नवंबर में अमरीका ने सभी देशों को उत्तर कोरिया के साथ अपने कारोबारी और राजनयिक संबंध खत्म करने का अनुरोध किया था।
अमरीका से आमने सामने की लड़ाई में हालांकि कुछ देशों को अब भी उत्तर कोरिया के प्रति अपना रुख साफ करना है लेकिन उत्तर कोरिया को कुछ शर्तों पर अपने पड़ोसी देश चीन से साथ मिल गया है। इस मामले में चीन ने कहा है कि अगर अमरीका उत्तर कोरिया को उखाड़ फेंकने की कोशिश करता है या फिर कोरियाई प्रायद्वीप में राजनैतिक बदलाव करने की कोशिश करता है तो चीन उसे ऐसा करने से रोकेगा।
स्थानीय अखबार में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने यह साफ किया है कि अगर उत्तर कोरिया अमरीकी जमीन पर पहले मिलाइस हमला करता है तो वह इस मामले पर निष्पक्ष रहेगा। दूसरे देश भी इस बात को साफ कर रहे हैं कि वे किस ओर हैं।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टर्नबुल कह चुके हैं कि अमरीका के पास ऑस्ट्रेलिया से ज्यादा मजबूत कोई सहयोगी नहीं है. अगर उत्तर कोरिया अमेरिका पर कोई हमला करता है तो सुरक्षा संधि के तहत ऑस्ट्रेलिया अमरीका का साथ देगा. जापान के रक्षा मंत्री ने भी कहा था कि टोक्यो प्योंगयांग की तरफ से ऐसे उकसावों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा।