Edited By ,Updated: 07 Oct, 2016 12:01 PM
अमरीका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की आवश्यकताओं को रेखांकित करते हुए कहा है कि सीरिया में शांति के वैश्विक प्रयासों...
वॉशिंगटन: अमरीका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की आवश्यकताओं को रेखांकित करते हुए कहा है कि सीरिया में शांति के वैश्विक प्रयासों को कमजोर करने के लिए रूस और कुछ हद तक चीन जिस तरह सुरक्षा परिषद में अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल कर रहे हैं, उससे वह निराश है। व्हाइट हाऊस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद(यूएनएससी)में रूस ने जिस प्रकार अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल किया है, वह बहुत चिंताजनक है।
अर्नेस्ट ने कल अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्तावित सुधारों एवं परिषद के काम करने के तरीकों को लेकर वृहद और गूढ़ चर्चा हो रही है। मैं जानता हूं कि इसमें विस्तार करने के संबंध में कुछ प्रस्ताव हैं। भारत में हमारे मित्रों की इस प्रकार के सुधारों से लाभ प्राप्त करने में निश्चित ही रूचि है।’’ भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार और इसकी स्थाई सदस्यता हासिल करने के लिए जोरदार तरीके से प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि रूस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जिस प्रकार वीटो अधिकार का इस्तेमाल कर रहा है, वह अमरीका की सबसे बड़ी चिंता है। व्हाइट हाऊस के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सीरिया के भीतर हिंसा सीमित करने के अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों को कमजोर करने के लिए रूस और कुछ हद तक चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जिस प्रकार वीटो अधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं, उससे अमरीका निराश है।’’