Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Feb, 2018 05:29 PM
अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पाककिस्तान ( टैररिस्तान) की आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए लगातार उस पर दबाव बनाए हुए हैं । अब टप प्रशासन ने टैररिस्तान पर नया वार करते हुएपाक के 3 और खूखांर अातंकियों को ग्लोबल टेररिस्ट करार दिया है।
वॉशिंगटनः अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पाककिस्तान ( टैररिस्तान) की आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए लगातार उस पर दबाव बनाए हुए हैं । अब टप प्रशासन ने टैररिस्तान पर नया वार करते हुए पाक के 3 और खूखांर अातंकियों को ग्लोबल टेररिस्ट करार दिया है। तीनों पर लश्कर-ए-तैयबा और तालिबान जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े होने का आरोप है। अमरीका ने वजह बताते हुए कहा है कि ऐसा करने से साउथ एशिया में आतंकियों को सपोर्ट करने वाले नेैवर्क को तोड़ने में मदद मिलेगी।
अमरीकी डिपार्टमैंट ऑफ ट्रेजरी ने रहमान जैब फकीर मुहम्मद, हिज्बुल्ला अस्तम खान और दिलावर खान नादिर खान को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया है। इस घोषणा के बाद तीनों आतंकियों की पूरी प्रॉपर्टी अमरीका ब्लॉक कर सकता है। ट्रेजरी डिपार्टमेंट के टेररिज्म एंड फाइनेंशियल इंटेलिजेंस के अंडर सेक्रेटरी सीगल मांडेलकर ने कहा कि अमरीका लगातार उन लोगों के नाम सामने ला रहे हैं जो आतंकी संगठनों को सपोर्ट करते हैं और साउथ एशिया में गलत तरीके से फाइनेंशियल नेटवर्क चला रहे हैं। सीगल ने कहा कि तीनों लोग अल कायदा, लश्कर-ए-तैयबा, तालिबान और दूसरे आतंकी गुटों को लॉजिस्टिकल सपोर्ट, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) समेत कई तरह की मदद मुहैया करा रहे थे
कौन हैं ये तीनों आतंकी ?
रहमान जैब लश्कर को पैसा, टेक्नोलॉजी और हथियार सप्लाई करता था। वह कई साल तक लश्कर के लिए काम करता रहा। उसने खाड़ी देशों में लश्कर नेटवर्क चलाया और पैसों की उगाही की। 2016 की शुरुआत में जैब लश्कर से जुड़े एक संगठन को फंड ट्रांसफर करने को कोऑर्डिनेट करता था। 2014 तक वह अफगानिस्तान में ऑपरेशन चलाने वाले लश्कर आतंकियों के संपर्क में रहा।
हिज्बुल्लाह, अमीनुल्लाह नामक संगठन के लिए काम कर रहा था। वह पेशावर के एक मदरसे का फाइनेंस का काम देखता था जबकि दिलावर खान नादिर खान भी अमीनुल्लाह से जुड़ा हुआ था। ये फंड ट्रांसफर की जिम्मेदारी संभालता था।