Edited By ,Updated: 31 Mar, 2017 05:39 PM
दक्षिण एशियाई मामलों पर एक शीर्ष अमरीकी विशेषज्ञ ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद पर वैश्विक युद्ध के दौरान अमरीका के साथ ‘‘दोहरा खेल’’ खेला है और उन्होंने ट्रंप प्रशासन...
वॉशिंगटन: दक्षिण एशियाई मामलों पर एक शीर्ष अमरीकी विशेषज्ञ ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद पर वैश्विक युद्ध के दौरान अमरीका के साथ ‘‘दोहरा खेल’’ खेला है और उन्होंने ट्रंप प्रशासन से आग्रह किया कि वह कई ‘‘हथकंडों’’ का इस्तेमाल कर पाकिस्तान से उसकी ‘‘जिहादी आदत’’ छोड़ने की मांग करें।
जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के सुरक्षा अध्ययन कार्यक्रम की एसोसिएट प्रोफेसर सी क्रिस्टिन फेयर ने द नेशनल इंट्रेस्ट मैगजीन के कल प्रकाशित हुए लेख में लिखा, ‘‘वाशिंगटन को यह मांग करने की जरूरत है कि पाकिस्तान अपनी जिहाद की आदत छोडें जबकि साथ ही वह यह सुनिश्चित करने के लिए काम करें कि प्रतिशोध की निरंतर चल रही कार्रवाई समाप्त हों।
आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान की प्रमुख आलोचक के तौर पर सामने आई फेयर ने लिखा,‘‘अमरीका के पास प्रतिबंधों से लेकर पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश घोषित करने, सैन्य सहायता में महत्वपूर्ण कटौती करने तक इस समस्या से निपटने के कई हथकंडे हैं।अब अमरीका को इन हथकंडों को आजमाने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा,‘‘आतंकवाद के खिलाफ तथाकथित वैश्विक लड़ाई के शुरूआती वर्षों से लेकर अब तक पाकिस्तान ने दोहरा खेल खेला है। एक तरफ उसने पाकिस्तान और अफगानिस्तान में इस्लामी आतंकवाद से लड़ाई में सहयोग के नाम पर पाकिसतान से करीब 33 बिलियन डॉलर लिए है। वहीं दूसरी आेर अफगान तालिबान, जलालुद्दीन हक्कानी नेटवर्क, लश्कर ए तैयबा और अन्य के जरिए अफगानिस्तान में नाटो और गैर नाटो सहयोगियों के साथ-साथ अमरीकियों और उनके अफगान साझेदारों की हत्या करता रहा है।’’