Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jan, 2018 05:39 AM
आतंकवादियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने में विफल रहने पर पाकिस्तान की सुरक्षा सहायता में बड़ी कटौती किए जाने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के एक महीने के भीतर वाशिंगटन ने अफगान तालिबान तथा हक्कानी नेटवर्क के छह आतंकवादियों को वीरवार...
वाशिंगटन: आतंकवादियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने में विफल रहने पर पाकिस्तान की सुरक्षा सहायता में बड़ी कटौती किए जाने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के एक महीने के भीतर वाशिंगटन ने अफगान तालिबान तथा हक्कानी नेटवर्क के छह आतंकवादियों को वीरवार को प्रतिबंधित कर दिया।
अमेरिकी ट्रेजरी विभाग की ओर से आतंकवाद के मुकाबले के लिए घोषित प्रतिबंधों के मुताबिक दो पाकिस्तानी और पाकिस्तान में रह रहे चार अफगानी नागरिकों के अमेरिकी वित्तीय प्रणाली के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। अमेरिका का यह कदम विद्रोही समूहों को सुरक्षित शरणस्थली और अन्य सहायता देने को लेकर पाकिस्तान के प्रति उसके गुस्से का भी इजहार करती है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने नव वर्ष के अवसर पर एक ट्वीट में कहा,"अमेरिका पिछले 15 वर्षों से पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर की मदद करने की मूर्खता कर चुका है। अमेरिका को इसके बदले में पाकिस्तान से झूठ और धोखा मिला है। वे उन आतंकवादियों को सुरक्षित शरणस्थली दे रहे हैं जिन्हें हम अफगानिस्तान में ढ़ूंढ़ रहे हैं।" पाकिस्तान के नागरिक और सैन्य प्रमुखों ने अमेरिका के बयानों को समझ से बाहर बताकर पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डेविड हेल को लेकर श्री ट्रंप के ट्वीट पर स्पष्टीकरण मांगा है।