Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Dec, 2017 05:43 PM
अमरीका ने अब संयुक्त राष्ट्र (UN) वैश्विक शरणार्थी समझौते से भी किनारा कर लिया है। समझौते से अलग होने की घोषणा करते अमरीका का कहना है कि ओबामा के कार्यकाल में हुए इस समझौते के कई प्रावधान देश की अप्रवासन एवं शरणार्थी नीतियों और ट्रंप प्रशासन के...
संयुक्त राष्ट्रः अमरीका ने अब संयुक्त राष्ट्र (UN) वैश्विक शरणार्थी समझौते से भी किनारा कर लिया है। समझौते से अलग होने की घोषणा करते अमरीका का कहना है कि ओबामा के कार्यकाल में हुए इस समझौते के कई प्रावधान देश की अप्रवासन एवं शरणार्थी नीतियों और ट्रंप प्रशासन के अप्रवासन सिद्धांतों के खिलाफ हैं। गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन यूनेस्को और पैरिस जलवायु समझौता समेत कई वैश्विक प्रतिबद्धताओं से अलग हो चुका है।
UN में अमरीकी दूतावास ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समझौते की प्रक्रिया से अलग होने के लिए कृतसंकल्प हैं। इससे पहले यूएन महासचिव को अमरीका के इस फैसले की जानकारी दी गई। शरणार्थी के संबंध में यूएन के न्यूयार्क घोषणा में शामिल होने के ओबामा प्रशासन के फैसले के बाद 2016 में अमेरिका समझौते की प्रक्रिया में शामिल हुआ।
UN में अमरीका की राजदूत निक्की हेली ने कहा कि अमरीका को दुनिया भर में शरणार्थियों को मदद देने पर अपनी अप्रवासी विरासत और लंबे समय से चले आ रहे नैतिक नेतृत्व पर गर्व है। इस मामले में अमरीका से ज्यादा किसी और देश ने नहीं किया है। अमरीका की उदारता बनी रहेगी लेकिन अप्रवासी नीतियों पर हमारे फैसले केवल अमरीकियों द्वारा ही किए जाने चाहिए। यह हम तय करेंगे कि कितनी अच्छी तरह से सीमा पर नियंत्रण करेंगे और किसे हमारे देश में प्रवेश की इजाजत मिले। उन्होंने कहा कि न्यूयार्क घोषणा में वैश्विक दृष्टिकोण अमरीकी संप्रभुता के अनुकूल नहीं है।