Edited By ,Updated: 01 Apr, 2017 04:29 PM
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरों ने संकटग्रस्त देश में संविधान का उल्लंघन कर अपनी शक्तियों को मजबूत करने के अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया...
काराकासः वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरों ने संकटग्रस्त देश में संविधान का उल्लंघन कर अपनी शक्तियों को मजबूत करने के अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया। उनका यह बयान उनके खेमे में विभाजन के संकेत दिखने के बाद आया है। देश के उच्चतम न्यायालय ने विधान मंडल से उसकी शक्तियों और सांसदों के विशेष अधिकार ले लिए थे जिसके बाद मादुरो के विरोधियों एवं राजनीतिक समीक्षकों ने तख्तापलट के आरोप लगाए।
अंतर्राष्ट्रीय शक्तियों ने भी इस कदम की आलोचना की थी। समाजवादी राष्ट्रपति ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘वेनेजुएला में, संविधान, नागरिक, राजनीति और मानवाधिकार और जनसत्ता पूरे प्रभाव में है।’’ अटॉर्नी जनरल लुईसा ओर्तिगा ने शुक्रवार को सरकारी टेलीविजन पर इन फैसलों को संविधान को तोड़ने वाला करार दिया था। मादुरो ने अपने भाषण में ओर्तिगा के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए संकल्प लिया कि अटॉर्नी जनरल और अदालत के बीच ‘‘गतिरोध का समाधान बातचीत और संविधान के जरिए किया जाएगा।''