Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Aug, 2017 03:53 PM
उत्तर कोरिया के हथियारों के प्रोग्राम को लेकर लंबे समय से जारी तनाव उस वक़्त चरम पर पहुंच गया जब उसने जुलाई में दो इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया...
प्योंप्यांगः उत्तर कोरिया के हथियारों के प्रोग्राम को लेकर लंबे समय से जारी तनाव उस वक़्त चरम पर पहुंच गया जब उसने जुलाई में दो इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। उत्तर कोरिया के इस परीक्षण के बाद संयुक्त राष्ट्र ने नए आर्थिक प्रतिबंध लगाए और अमरीका के साथ युद्ध की भाषा में बात होने लगी। अब भी भड़काने का काम जारी है। ऐसे में आख़िर उत्तर कोरिया का सनकी किंग किम जोंग-उन चाहता क्या है?
क्या अमरीका उत्तर कोरिया को परमाणु और मिसाइल प्रोग्राम छोड़ने के बदले कुछ भी दे सकता है? अमरीका और उत्तर कोरिया दोनों एक दूसरे पर हमले की धमकी दे रहे हैं। अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कहा था कि उत्तर कोरिया को ऐसे हमले के सामना करना पड़ेगा जिसे दुनिया ने कभी देखा नहीं है। इसके जवाब में उत्तर कोरिया ने प्रशांत महासागर में अमरीकी द्वीप गुआम पर हमले की योजना पेश कर दी।
अभी तक साफ़ नहीं है कि कौन सी ऐसी राजनयिक प्रक्रिया बची है जिसके ज़रिए इस ख़तरनाक तनाव को ख़त्म किया जा सके. अमरीकी विदेश मंत्री और ट्रंप प्रशासन के अन्य अधिकारी राजनयिक गतिविधियों के ज़रिए समस्या को सुलझाने पर ज़ोर दे रहे हैं। यहां तक कि अतीत में ट्रंप ने भी किम जोंग-उन से बातचीत करने की इच्छा जताई थी लेकिन उत्तर कोरिया की तरफ़ से सं