Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Mar, 2018 01:18 PM
जल मनुष्य की बुनियादी ज़रूरत है इसके बावजूद दुनिया भर में लगभग 100 करोड़ लोगों के पास शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं होता। माना जा रहा है कि सन 2025 तक विश्व की 50 फीसदी आबादी भयंकर जल संकट झेलने को मजबूर होगी...
इंटरनेशनल डेस्क: जल मनुष्य की बुनियादी ज़रूरत है इसके बावजूद दुनिया भर में लगभग 100 करोड़ लोगों के पास शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं होता। माना जा रहा है कि सन 2025 तक विश्व की 50 फीसदी आबादी भयंकर जल संकट झेलने को मजबूर होगी। पानी के इस भारी संकट के बीच इंडोनेशिया की महिला लोगों के लिए एक मिसाल बन गई है। वह अपनों की प्यास बुझाने के लिए रोजाना तैरते हुए चार किलोमीटर का सफर तय करती है।
जानकारी के अनुसार मामा हासरिया (46) नाम की महिला छोटे से द्वीप सुलावेसी में रहती है। उसका क्षेत्र साफ पानी की कमी से जूझ रहा है। अपने समुदाय के लोगों के लिए स्वच्छ पीने उपलब्ध कराने के लिए हासरिया अपनी कमर पर करीब 200 खाली बोतलें बांधकर नदी के किनारे पर स्थित कुएं तक जाती है। नदी पर एक घंटे का सफर तय कर वह अपनी बोतलों में पीने योग्य साफ पानी भरती है।
हासरिया की तरह अन्य स्थानीय महिलाएं भी ऐसा ही करती हैं। हासरिया ने बताया कि उन्हे पीने के लिए के विपरीत दिशा में जाना पड़ता है। उसे और उनकी साथी महिलाओं को प्रत्येक कैन के लिए मात्र ढाई रुपये मिलते हैं। इंडोनेशिया के अन्य समुदाय भी इस परेशानी का सामना कर रहे हैं।