Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jul, 2017 11:24 AM
अमरनाथ यात्रा के लिए देश के कोने-कोने से भक्तों का आना निरंतर जारी है। मंगलवार को अमरनाथ यात्रा के 20वें दिन जम्मू के आधार शिविर यात्री निवास से 2224 यात्रियों का जत्था दक्षिण कश्मीर के बालटाल और पहलगाम बेस कैम्प के लिए रवाना हुआ।
श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा के लिए देश के कोने-कोने से भक्तों का आना निरंतर जारी है। मंगलवार को अमरनाथ यात्रा के 20वें दिन जम्मू के आधार शिविर यात्री निवास से 2224 यात्रियों का जत्था दक्षिण कश्मीर के बालटाल और पहलगाम बेस कैम्प के लिए रवाना हुआ। जम्मू से रवाना हुए जत्थे में 1522 पुरुष, 467 महिलाएं और 193 साधु शामिल थे, जिन्हें 85 छोटे-बड़े वाहनों में कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना किया गया। पवित्र गुफा में हिमशिवलिंग रूपी बाबा बर्फानी के अंतर्ध्यान होने के बावजूद लोग भगवान शिव पर गहरी आस्था को लेकर यात्रा करने के लिए पहुंचे।
कई शिव भक्तों ने बताया कि हिमशिवलिंग का दर्शन करना सौभाग्य की बात है, लेकिन भगवान तो कण-कण में विराजमान हैं और जिस जगह पर भगवान शिव निवास करते हों, वहां पर उनके अहसास मात्र से श्रद्धालुओं का जीवन सफल होता है। बिहार के दरभंगा से आए शिवभक्त श्रीहरि धर, बिमल मिश्रा और संजीवन ने बताया कि अलौकिक पवित्र गुफा के दर्शन मात्र से वही फल प्राप्त होता है जो बाबा बर्फानी के दर्शन करने से प्राप्त होता है। मन में श्रद्धा होना बहुत जरूरी है। हिन्दू धर्म में अमरनाथ यात्रा का काफी धार्मिक महत्व है। अमरनाथ यात्रा भी पवित्र धामों में शामिल है। श्रद्धालुओं ने कुछ वर्षों से हिमालय में स्थित अमरनाथ यात्रा में पड़ रहे व्यवधान पर चिंता जताई, लेकिन सरकार द्वारा किए गए प्रबंधों की प्रशंसा भी की। श्रद्धालुओं ने इस वर्ष यात्रा के दौरान घटित 2 घटनाओं पर दुख जताया।