Edited By ,Updated: 26 Aug, 2015 11:43 AM
भारत और पाकिस्तान के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एन.एस.ए.) स्तर की वार्ता के रद्द होने के कुछ ही दिन बाद सत्तारुढ़ पी.डी.पी. ने मंगलवार को कहा कि पार्टी द्वारा केन्द्र पर पाकिस्तान और अलगववादियों से वार्ता के लिए दबाव बनाया जाएगा।
जम्मू कश्मीर: भारत और पाकिस्तान के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एन.एस.ए.) स्तर की वार्ता के रद्द होने के कुछ ही दिन बाद सत्तारुढ़ पी.डी.पी. ने मंगलवार को कहा कि पार्टी द्वारा केन्द्र पर पाकिस्तान और अलगववादियों से वार्ता के लिए दबाव बनाया जाएगा। हालांकि, पी.डी.पी. के गठबंधन भागीदार भाजपा ने कहा कि अलगाववादियों को ‘पाकिस्तान के एजेंट’ के रुप में अभिनय करना बंद करना होगा और सजाद लोन की तरह मुख्यधारा में शामिल होने की जरुरत है।
पी.डी.पी. के मुख्य प्रवक्ता मेहबूब बेग ने कहा कि दिल्ली में पाकिस्तानी एन.एस.ए. सरताज अजीज के साथ उनकी प्रस्तावित बैठक से पहले कश्मीर में अलगाववादी नेताओं पर लगाए गए प्रतिबंध ‘दिनचर्या’ है और राज्य सरकार ने कोई भी निर्देश जारी नही किया था। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री शांति, सुलाह और दृढ विश्वास के लिए उनकी प्रतिबद्धता में बहुत स्पष्ट है। यह सच है कि पी.डी.पी.-भाजपा गठबंधन उतरी धु्रव और दक्षिण ध्रुव का गठबंधन है। हमारी विचारधाराओं में मतभेद है, लेकिन हमको लोगों के जनादेश का सम्मान करना है। लेकिन चलो हम कुदाल को कुदाल कहे, हमको पाकिस्तान और अलगाववादियों से वार्ता करनी चाहिए। इसपर मुख्यमंत्री की ओर से प्रतिबद्धता में कोई कमी नही है। यदि लोगों अधिक सार्थक कदम चाहते है तो लोगों को वर्तमान की तुलना में बहुत बड़ा जनादेश देने की जरुरत है।
उन्होने कहा कि पी.डी.पी. केन्द्र को पाकिस्तान और अलगाववादियों से वार्ता के लिए मनाने के प्रयासों को जारी रखेगी। दुर्भाग्य से भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में किसी भी तरह की समस्या का कश्मीर को खामियाजा उठाना पडता है। मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद द्वारा वार्ता आयोजित करने के लिए दिल्ली को मनाने की कोशिश जारी रखी जाएगी।
बेग ने कहा कि अलगाववादी नेताओं पर प्रतिबंध पुलिस द्वारा मानक अभ्यास के हिस्से के रुप में लगाए गए थे। अलगाववादियों पर प्रतिबंध दिनचर्या था। मुख्यमंत्री को इसके बारे में पता नही था। वे आधिकारिक समारोह के लिए उतर कश्मीर के ऊड़ी में थे जब उनको अलगाववादियों की आवाजाही पर प्रतिबंधों के बारे में जानकारी मिली। उन्होने तुरन्त डी.जी.पी. को प्रतिबंध हटाने और सभी अलगाववादियों को रिहा करना का आदेश दिया। यह सामान्य अभ्यास का हिस्सा था। पुलिस को लगा कि वह ऐसा करेंगे क्योंकि वह ऐसा सामान्य रुप से करते हैं। पी.डी.पी. के नेतृत्व वाली सरकार उन पर प्रतिबंध क्यों लगाए।
दिल्ली में कुछ अलगाववादियों पर प्रतिबंधों के बारे में बेग ने कहा कि उनकी पार्टी केन्द्र में भाजपा के साथ गठबंधन में नही है और केन्द्रीय सरकार के कामकाज में हस्ताक्षेप नही कर सकते हैं। पी.डी.पी. अध्यक्ष मेहबूबा मुफ्ती केन्द्रीय सरकार में मंत्री नही है। हमारे राजनीतिक विचारधारा से समाझौता किए बिना हम सिर्फ जम्मू-कश्मीर में भाजपा के साथ गठबंधन में है।