Edited By ,Updated: 11 May, 2016 04:47 PM
सपने खुद के हों या अपनों के , उनके पूरा होने पर असीम खुशी होती है।
जम्मू कश्मीर: सपने खुद के हों या अपनों के , उनके पूरा होने पर असीम खुशी होती है। ऐसी ही खुशी का अनुभव कर रहे हैं राजोरी के तराला गांव के रहने वाले बिलावल शफीक चौधरी।
बिलावल ने भी आईएस की परीक्षा पास की है। उन्हें 1019वां रैंक मिला है। चौधरी ने बात करते हुए बताया कि उनकी दादी का सपना था कि वह आईएस अधिकारी बने लेकिन अफसोस की कुछ दिन पहले ही उनकी दादी इस दुनिया से चल बसी। बिलावल सीएपीडी मंत्री चौधरी जुलफिकार के भतीजे हैं।