Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Aug, 2017 11:11 AM
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ग्रामीण विकास विभाग को गांवों में नदी, तालाबों और कुओं जैसे जल स्रोतों के संरक्षण, सफाई और बहाल करने पर बल दिया। उन्होंने विभाग से अपने नियमित काम के अलावा ग्रामीण पारिस्थितिकी को पुन:स्थापित करने और ग्रामीण विकास के...
श्रीनगर : मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ग्रामीण विकास विभाग को गांवों में नदी, तालाबों और कुओं जैसे जल स्रोतों के संरक्षण, सफाई और बहाल करने पर बल दिया। उन्होंने विभाग से अपने नियमित काम के अलावा ग्रामीण पारिस्थितिकी को पुन:स्थापित करने और ग्रामीण विकास के अन्य कदम उठाने के लिए कहा। ग्रामीण विकास विभाग की 159 संपत्तियों को लोकार्पित करने के बाद यहां एक समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ग्रामीण इलाकों और पारिस्थितिकी को अपने सबसे प्राचीन और मूल रूप में संरक्षित रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
ग्रामीण विकास विभाग को लोगों के साथ सबसे निकट से जुड़े हुए संस्थान के रूप में संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती ने अधिकारियों से लोगों को सेवाएं देने के लिए समर्पण और ईमानदारी से काम करने को कहा। उन्होंने विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि आप राज्य में ग्रामीण परिदृश्य को बदलने के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं लेकिन भ्रष्टाचार, खराब कार्य या उप-मानक कार्य की एक शिकायत आपके विभाग की छवि पर स्पष्ट प्रभाव डालती है। भ्रष्टाचार को एक अभिशाप बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इतिहास गवाह है कि इससे लंबे समय तक निराशा ही मिली है। इस मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री अब्दुल हक खान ने अपने संबोधन में अपने विभाग की गतिविधियों का अवलोकन किया। महबूबा ने कहा कि मनरेगा ने ग्रामीण समाज में एक असाधारण सामाजिक स्वीकार्यता प्राप्त की है, जिसमें कार्यक्रम के तहत गुणवत्ता वाली संपत्तियां जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि विभाग के कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं में सबसे अधिक है।