Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Aug, 2017 10:59 AM
रक्षाबंधन के दिन संपन्न अमरनाथ यात्रा के 2 दिन बाद बुधवार को पहलगाम में लिद्दर नदी के किनारे छड़ी मुबारक के पूजन और विसर्जन की रस्म निभाई गई।
छड़ी मुबारक पूजन के साथ विसर्जन की रस्म दौरान बड़ी संख्या में साधु और संत उपस्थित रहे।
श्रीनगर: रक्षाबंधन के दिन संपन्न हुई अमरनाथ यात्रा के 2 दिन बाद बुधवार को पहलगाम में लिद्दर नदी के किनारे छड़ी मुबारक के पूजन और विसर्जन की रस्म निभाई गई। छड़ी मुबारक पूजन के साथ विसर्जन की रस्म दौरान बड़ी संख्या में साधु और संत उपस्थित रहे। महंत देपेन्द्र गिरि के नेतृत्व में सभी रस्में अदा की गईं। बाद में कड़ी-पकौड़े का भंडारा लगाने के बाद दक्षिणा दी गई।
आपको बता दें कि छड़ी मुबारक को श्रवण पूर्णिमा के दिन 7 अगस्त को पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना के बाद बुधवार को पहलगाम लाया गया। भद्रा के कारण सुबह 11.10 बजे वैदिक मंत्रों उच्चारण के बीच छड़ी मुबारक का पूजन और विसर्जन किया गया। रस्म के दौरान प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।