Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 03:48 PM
बलूचिस्तान में आजादी की मांग का मुद्दा पाकिस्तान के लिए गले की हड्डी बनता जा रहा है। दुनिया भर और खासकर यूरोपीय देशों में फैले बलूचों ने अपनी आवाज बुलंद करने के लिए एक नया तरीका निकाला है...
लंदनः बलूचिस्तान में आजादी की मांग का मुद्दा पाकिस्तान के लिए गले की हड्डी बनता जा रहा है। दुनिया भर और खासकर यूरोपीय देशों में फैले बलूचों ने अपनी आवाज बुलंद करने के लिए एक नया तरीका निकाला है। वे सावर्जनिक स्थलों पर धरना-प्रदर्शन करके लोगों का ध्यान खींचने में लगे हुए हैं।
13 नवंबर को दुनिया भर के बलूचों ने सड़कों पर निकल कर बलूच शहीद दिवस मनाया। इस क्रम में नार्वे, स्वीडन, जर्मनी, ब्रिटेन आदि देशों में धरना-प्रदर्शन किए गए। इस धरना-प्रदर्शन के साथ ही बलूच नेताओं ने लंदन पर खासतौर पर अपना ध्यान केंद्रित किया और साथ ही लोगों तक अपनी बात पहुंचाने का अंदाज भी बदला।
बलूच संगठनों ने लंदन की टैक्सियों और बसों पर बड़े-बड़े अक्षरों पर फ्री बलूचिस्तान के विज्ञापन लगवाए हैं। लंदन में फ्री बलूचिस्तान लिखी टैक्सियों और बसों को देखकर पाकिस्तान का माथा ठनका और उसने ब्रिटिश सरकार के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज कराई। इस पर लंदन के ट्रांसपोर्ट विभाग ने कहा कि टैक्सियों पर फ्री बलूचिस्तान वाले विज्ञापन पट विज्ञापन नीति का उल्लंघन हैं।
इस फैसले के खिलाफ बलूच संगठनों ने अपील दायर करने का फैसला लिया है। बीते 2 हफ्ते से लंदन की टैक्सियों और बसों पर फ्री बलूचिस्तान लिखा नजर आ रहा है। खुद को मिल रहे समर्थन से उत्साहित बिना बलूच संगठनों ने लंदन की सड़कों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी बड़े-बड़े विज्ञापन पट लगवा दिए हैं। जाहिर है कि इनमें भी फ्री बलूचिस्तान लिखा है। इन विज्ञापनों के जरिए बलूचिस्तान में जारी पाकिस्तान के दमनचक्र के बारे में भी बताया जा रहा है और इसे भी उजागर किया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना किस तरह बलूच युवाओं को अगवा कर मार रही है।