Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jan, 2018 01:03 AM
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी। रविवार को पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक में इस संबंध में एक प्रस्ताव पास किया गया। जहां 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस का साथ न देने के फैसले पर मुहर लग...
नई दिल्लीः मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी। रविवार को पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक में इस संबंध में एक प्रस्ताव पास किया गया। जहां 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस का साथ न देने के फैसले पर मुहर लग गई।
सीपीएम के पूर्व महासचिव प्रकाश करार कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के खिलाफ थे, वहीं, मौजूद महासचिव सीताराम येचुरी भाजपा के विजय रथ की आंधी रोकने के लिए कांग्रेस के प्रति नरम रुख अपनाने के की हिमायत कर रहे थे।
हालांकि कोलकाता में हुई केंद्रीय समिति की बैठक में करात की राय पर ही मुहर लग गई। इस बावत कोलकाता में हुई केंद्रीय समिति की बैठक में दोनों नेताओं के प्रस्ताव पर वोटिंग कराई गई, जहां करात का धड़ा 55-31 के अंतर से जीत गया। इस दौरान यह भी तय किया गया कि पार्टी की ओर से पास इस प्रस्ताव को अप्रैल में हैदराबाद में होने वाली सीपीएम की बैठक में औपचारिक रूप से अपनाने के लिए रखा जाएगा।
सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि आम चुनावों में सीपीएम के कांग्रेस के साथ जाने या न जाने को लेकर पिछले तीन दिनों से चर्चा हो रही थी, जिसमें प्रकाश करात का खेमा आम चुनावों में अकेले पार्टी के चुनाव लड़ने के पक्ष में था, जबकि दूसरा खेमा गठबंधन के लिए तैयार था।