Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 10:51 AM
मेयर देवेश मोदगिल 18 जनवरी को डड्डूमाजरा में स्थापित ग्रीन टैक गारबेज प्रोसैसिंग प्लांट में बनाए गए 300 टन क्षमता के कम्पोस्ट प्लांट का उद्घाटन करेंगे।
चंडीगढ़(राय) : मेयर देवेश मोदगिल 18 जनवरी को डड्डूमाजरा में स्थापित ग्रीन टैक गारबेज प्रोसैसिंग प्लांट में बनाए गए 300 टन क्षमता के कम्पोस्ट प्लांट का उद्घाटन करेंगे। इस पर 300 करोड़ की लागत आई है। इसमें से 35 फीसदी नगर निगम को मिनिस्ट्री ऑफ अर्बन डिवैल्पमैंट से मिलेगा। यह स्वच्छ भारत मिशन हैड से मिलेगा। निगम इसे जे.पी. को प्लांट लगाने में मदद के लिए दे सकता है।
प्लांट लगने से शहर के 200 मीट्रिक टन बायोडिग्रेडेबल गारबेज से खाद बनेगी। एक वर्ष से भी अधिक समय तक नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में चंडीगढ़ नगर निगम व गारबेज प्लांट स्थापित करने वाली कंपनी जे.पी. एसोसिएट्स के बीच चले विवाद के बाद यह समझौता हुआ था कि प्लांट प्रबंधक प्रांगण में ही कम्पोस्ट प्लांट लगाएंगे। गत वर्ष जुलाई में दिए गए इस निर्णय के बाद 3 माह में यह प्लांट तैयार होना था। कंपनी ने 6 माह में इसे तैयार किया है।
अब लोगों को नहीं होना पड़ेगा परेशान :
निगम के संबंधित अधिकारी का कहना था कि कम्पोस्ट प्लांट शुरू होने से डंम्पिंग ग्राऊंड से निकलने वाली बदबू से अब डड्डूमाजरा गांव व कालोनी, 38 वैस्ट, सैक्टर-38, 39, 25 और धनास के लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। क्योंकि शहर से रोजाना निकलने वाला 200 मीट्रिक टन बायोडिग्रेडेबल (गीला कचरा) गारबेज अब डंम्पिंग ग्राऊंड में डंप नहीं होगा।
उनका कहना था कि इससे डंम्पिंग ग्राऊंड नहीं भरेगा और ही डंम्पिंग की बदबू आसपास के एरिया में फैलेगी व मिथेन गैस से आग लगने का खतरा नहीं रहेगा। जे.पी. प्रबंधन द्वारा 300 मीट्रिक टन कैपेसिटी का गारबेज प्रोसैसिंग यूनिट में कम्पोस्ट प्लांट लगाया गया है जिसका ट्रायल तो पहले से ही शुरू हो चुका है।