Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Nov, 2017 05:04 PM
गुजरात चुनाव से पहले कारोबारियों को जीएसटी में बड़ी राहत मिल सकती है। गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और टैक्स एक्सपर्ट्स ने मिलकर वित्त मंत्री को जीएसटी आसान बनाने के कुछ उपाय सौंपे हैं। वित्त मंत्री ने जल्द ही इन पर अमल करने का भरोसा दिलाया...
नई दिल्लीः गुजरात चुनाव से पहले कारोबारियों को जीएसटी में बड़ी राहत मिल सकती है। गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और टैक्स एक्सपर्ट्स ने मिलकर वित्त मंत्री को जीएसटी आसान बनाने के कुछ उपाय सौंपे हैं। वित्त मंत्री ने जल्द ही इन पर अमल करने का भरोसा दिलाया है। गुजरात चुनाव जीतने के लिए केंद्र सरकार कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती। राज्य में जीएसटी को लेकर गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री को अलग-अलग संगठनों से कई समस्याएं सुनने को मिल रही थीं जैसे स्लो सिस्टम के चलते रिटर्न भरने में देरी होती है जिसके चलते कारोबारियों को पेनल्टी भरनी पड़ती है।
इसके अलावा ऑर्डर पूरा करने के लिए एडवांस लेने पर भी जीएसटी भरना पड़ता है जिसके कारण कारोबारियों को लिक्विडिटी की समस्या होती है। ऐसी कई समस्याएं हैं जिन्हें आसन करने के लिए कल वित्त मंत्री को गुजरात चैम्बर की तरफ से सुझाव दिए गए। कारोबारियों और टैक्स कंसल्टेंट्स के प्रतिनिधिमंडल ने सिरेमिक और फर्नीचर उद्योग पर लगाए गए 28 फीसदी जीएसटी को कम करने की भी मांग की है। इसके अलावा कारोबारी तीन महीने में एक बार रिटर्न भरने की भी मांग कर रहे हैं। करीब 13 ऐसे मुद्दे थे जो गुजरात चैम्बर्स के प्रतिनिधि और टेक्स के जानकारों में मिलकर वित्तमंत्री को बताये, जिसकी मदद से जीएसटी को आसान किया जा सकता है। अब 9 नवम्बर को होनेवाली जीएसटीएन काउन्सिल की मीटिंग में इसमें से कुछ मुद्दों पर जरुर से बड़ी घोषणा होती हुई दिख सकती है।