Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 01:40 PM
लेबनान के आतंकी संगठन हिज्बुल्ला ने सऊदी अरब के दबाव के कारण देश के प्रधानमंत्री को एक वर्ष से भी कम समय में पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है...
बैरुतः लेबनान के आतंकी संगठन हिज्बुल्ला ने सऊदी अरब के दबाव के कारण देश के प्रधानमंत्री को एक वर्ष से भी कम समय में पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। उधर, बहरीन ने लेबनान में मौजूद अपने नागरिकों को तत्काल देश छोड़ने का आदेश दिया है, साथ ही लेबनान की यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
प्रधानमंत्री साद हरीरी ने अपने इस्तीफे की घोषणा करके लेबनान और वहां के नेताओं को स्तब्ध कर दिया है। इस्तीफे के संबंध में टीवी पर की गई उनकी इस घोषणा को सऊदी अरब में रिकॉर्ड किया गया था जिसमें उन्होंने ईरान और हिज्बुल्ला पर अरब के मामलों में दखल देने का आरोप लगाया है। वहीं, हिज्बुल्ला के महासचिव हसन नसरल्लाह ने कहा है कि यह बयान हरीरी से दिलवाया गया है और उन पर थोपा गया है।
हरीरी के अचानक इस्तीफे से देश की अस्थिर राजनीति पर चर्चा तेज हो गई है साथ ही इस कदम ने देश को सऊदी अरब और ईरान के बीच क्षेत्रीय तनातनी में लाकर खड़ा कर दिया है। नसरल्लाह ने कहा कि हमें देखने की जरूरत है कि क्यों सऊदी अरब ने सरकार के मुखिया को इस्तीफे के लिए बाध्य किया। बहरीन का लेबनान के लिए यात्रा प्रतिबंध इस छोटे से देश के लिए खाड़ी देशों के प्रतिबंध का विस्तार माना जा रहा है जोकि अपनी अर्थव्यवस्था के लिए खाड़ी के निवेश और पर्यटन पर निर्भर है। गौरतलब है कि लेबनानी प्रधानमंत्री साद हरीरी ने सऊदी यात्रा के दौरान शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया था।