Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 09:09 PM
भाजपा ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनावों को लेकर तैयारियां अभी से करनी शुरू कर दी है। इसके चलते संगठन स्तर पर बदलाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पार्टी उपाध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे से जल्द ही मध्यप्रदेश का प्रभार लेकर पार्टी...
नई दिल्लीः भाजपा ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनावों को लेकर तैयारियां अभी से करनी शुरू कर दी है। इसके चलते संगठन स्तर पर बदलाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पार्टी उपाध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे से जल्द ही मध्यप्रदेश का प्रभार लेकर पार्टी महासचिव भूपेन्द्र यादव को सौंपे जाने की संभावना है।
तीन बार से लगातार मध्यप्रदेश में सरकार बना रही भाजपा के लिए चौथी बार चुनौती आसान नहीं होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे करिश्माई व्यक्तित्व के बावजूद गुजरात विधानसभा चुनावों में कांटे की टक्कर में बहुत कम अंतर से मिली जीत के बाद भाजपा मध्यप्रदेश में फूंक-फूंक कर कदम रखेगी।
सूत्रों के अनुसार भाजपा ने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घटती लोकप्रियता के खतरे को देखते हुए संगठन में बदलाव का मन बनाया है। वर्तमान प्रभारी डॉ. सहस्रबुद्धे को विदेश मंत्रालय के अधीन अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक सहयोग संघ (आईसीसीआर) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसलिए वह स्वत: ही पार्टी के सांगठनिक दायित्वों से मुक्त होंगे।
सूत्रों के अनुसार मध्यप्रदेश में पार्टी संगठन को मजबूती से संभालने इसके खोजबीन शुरू हो चुकी है। इसके लिए भूपेंद्र यादव और पार्टी उपाध्यक्ष ओम माथुर के नाम पर विचार किया जा रहा है। चूंकि यादव ने पहले उत्तर प्रदेश और फिर गुजरात में जिस प्रकार से चुनावी रणनीति बनाने और पार्टी की जीत सुनिश्चित करने में जैसी भूमिका निभाई है, उसे देखते हुए यादव को मध्यप्रदेश का प्रभार सौंपे जाने की अधिक संभावना है।