Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Dec, 2017 07:11 PM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित चंडीगढ़ नगर निगम ने शहर में पार्किंग की दरें दोगुने से ज्यादा बढ़ा कर तथा अब घंटों के हिसाब से पार्किंग शुल्क लागू कर दिया है। स्मार्ट पार्किंग की आड़ में लागू की गई ये दरें आज से लागू हो गईं। पार्किंग शुल्क बढने की...
चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित चंडीगढ़ नगर निगम ने शहर में पार्किंग की दरें दोगुने से ज्यादा बढ़ा कर तथा अब घंटों के हिसाब से पार्किंग शुल्क लागू कर दिया है। स्मार्ट पार्किंग की आड़ में लागू की गई ये दरें आज से लागू हो गईं। पार्किंग शुल्क बढने की सबसे ज्यादा मार दिन भर दुपहिया वाहनों पर घूमने वाले छोटे कामकाजी और कम कमाने वाले लोगों पर पड़ेगी।
उल्लेखनीय है कि स्थानीय प्रशासन वाहन पंजीकरण और रोड टैक्स के रूप में भारी भरकम रकम लेता है लेकिन इसके बावजूद पार्किंग शुल्क के रूप में बड़ा बोझ डाले जाने से आम जनता में भारी रोष है। शहर में पहले दुपहिया वाहन के लिए दो रुपए तथा चौपहिया वाहनों के लिए 12 घंटे तक पार्किंग शुल्क क्रमश्पा: दो और पांच रुपए था।
कितनी है नई दरें:
नई व्यवस्था के तहत अब दुपहिया वाहन के लिए पहले चार घंटे के लिए पांच रुपए, छह घंटे के लिए दस रुपए, आठ घंटे के लिए 17 रुपए, दस घंटे के लिए 20 रुपए और 12 घंटे के लिए 25 रुपए देने होंगे।
तिपहिया और चौपहिया वाहनों के लिए ये दरें क्रमश: 10, 20, 30, 40 और पचास रुपए,
मिनी बस के लिए 20, 40, 60, 80 और सौ रुपए,
टूरिस्ट बसों के लिए 50,100,170, 200 और 250 रुपए अदा करने होंगे।
पूरे दिन के लिए
दुपहिया वाहनों के लिए डे पास की दरें 17 रुपए,
तिपहिया वाहनों के लिए 25 रुपए,
चौपहिया वाहनों के लिए 27 रुपए,
मिनी बस के लिए 50 रुपए तथा टूरिस्ट बसों के लिए 125 निर्धारित की गई हैं। केवल इतना ही नहीं ये दरें केवल मार्च 2018 तक की हैं। वर्ष 2018-19 में शहर की जनता को और अधिक शुल्क चुकाना होगा। निगम ने शहर की पार्किंग के प्रबंधन का ठेका लगभग 15 करोड़ रुपए में मुंबई की कंपनी आर्यन टॉल इन्फ्रा लिमिटेड को दिया है।