Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Nov, 2017 12:20 PM
संगीत सुनना हर किसी को अच्छा लगता है। कुछ लोगों का तो मूड भी गाने सुनकर बनता बिगड़ता है। क्या कभी आपके साथ ऐसा हुआ है कि किसी गाने को सुनने से आपके दिल की धड़कनें तेज हो गई हों? आपके रोंगटे खड़े हो गए हों या आपकी आंखों पुतलियां पूरी खुल गई हों? अगर...
सिडनीः संगीत सुनना हर किसी को अच्छा लगता है। कुछ लोगों का तो मूड भी गाने सुनकर बनता बिगड़ता है। क्या कभी आपके साथ ऐसा हुआ है कि किसी गाने को सुनने से आपके दिल की धड़कनें तेज हो गई हों? आपके रोंगटे खड़े हो गए हों या आपकी आंखों पुतलियां पूरी खुल गई हों? अगर हां, तो आप आम लोगों से अलग हैं।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में हाल ही में हुई रिसर्च में सामने आया है कि गानों को सुनकर हटकर अहसास करने वाले लोगों का दिमाग दुनिया भर के आम लोगों से ज्यादा ताकतवर होता है। यूनिवर्सिटी की ओर से रिसर्च करने वाले Matthew Sachs ने बताया कि ऐसे लोगों के शरीर में फाइबर की मात्र अत्याधिक होती है जो साउंड को दिमाग तक पहुंचाकर फीलिंग्स का अहसास कराती है।
इस वजह से गानों को सुनकर इन लोगों का दिमाग और भी ज्यादा बेहतर रिएक्ट करता है। ऐसे लोग बेहद कम होते हैं जो संगीत के माध्यम से अपने शरीर की रिकवरी करने के साथ-साथ कई मानसिक बीमारियों से भी बच जाते हैं। रिसर्च में दावा किया गया है डिप्रेशन और कई तरह की मानसिक बीमारियों से ग्रस्त लोगों का संगीत के जरिए इलाज किया जा सकेगा।
ऐसा भी माना जा रहा है कुछ खास तरह की धुन और संगीतों की भी पहचान की जाएगी जो मानसिक बीमारियों से बचाने में मदद करेंगे। प्राचीनकाल में लिखे गए चीनी ग्रंथों में भी संगीत को दवा का दर्जा दिया गया है। यहां तक की चीनी लेखन में दवा (Medicine) शब्द की उत्पत्ति संगीत (म्युजिक) शब्द से हुई है।