Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jan, 2018 06:04 PM
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने आइडिया सेलुलर और वोडाफोन के मर्जर प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इससे दोनों कंपनिया डील पूरी करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गईं। इसके बाद अब दोनों ग्रुप कंपनियां फाइनल मंजूरी
नई दिल्लीः नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने आइडिया सेलुलर और वोडाफोन के मर्जर प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इससे दोनों कंपनिया डील पूरी करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गईं। इसके बाद अब दोनों ग्रुप कंपनियां फाइनल मंजूरी के लिए डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम (DoT) के पास जा सकती हैं। रेग्युलेटरी नोट में आइडिया सेलुलर ने कहा है कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की अहमदाबाद बेंच ने 11 जनवरी 2018 के अपने आदेश में वोडाफोन मोबाइल सर्विसेज लिमिटेड और आइडिया सेलुलर लिमिटेड के विलय को मंजूरी दे दी।
बता दें, वोडाफोन को इसके लिए एनसीएलटी से मंजूरी मिल चुकी है। इस मर्जर को ‘एकीकरण की योजना’नाम दिया गया है। एकीकरण पूरा होने के बाद वोडाफोन इंडिया लिमिटेड (वीआईएल) का पूरा बिजनेस और वोडाफोन मोबाइल सर्विसेज लिमिटेड (वीएमएसएल) आइडिया के साथ जुड़ जाएगा।
मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी में वोडाफोन की हिस्सेदारी 47.5 फीसदी रह सकती है। जबकि शेष हिस्सेदारी आइडिया और प्रमोटर आदित्य बिड़ला ग्रुप की होगी। टेलिकॉम रेग्युलेटर ट्रार्इ की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, वोडाफोन और आइडिया के संयुक्त रूप से 40 करोड़ से ज्यादा मोबाइल सब्सक्राइबर हैं और दोनों का साझा मार्केट शेयर इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा है।