Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Dec, 2017 06:37 PM
अमरीका की धमकियों और वैश्विक दबाव का उत्तर कोरिया के सनकी किंग किम जोंग उन पर कोई असर नजर नहीं आ रहा है। पर्यवेक्षकों ने चेतावनी दी है कि परमाणु संपन्न उत्तर कोरिया अंतरिक्ष कार्यक्रम की आड़ में परमाणु परीक्षण कर दुनिया को खतरे में डालने की तैयारी...
सोल: अमरीका की धमकियों और वैश्विक दबाव का उत्तर कोरिया के सनकी किंग किम जोंग उन पर कोई असर नजर नहीं आ रहा है। पर्यवेक्षकों ने चेतावनी दी है कि परमाणु संपन्न उत्तर कोरिया अंतरिक्ष कार्यक्रम की आड़ में परमाणु परीक्षण कर दुनिया को खतरे में डालने की तैयारी कर रहा है। उत्तर कोरिया पर परमाणु और मिसाइल परीक्षण करने को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने कई प्रतिबंध लगा रखे हैं और उस पर उपग्रहों समेत बलिस्टिक मिसाइल तकनीक का इस्तेमाल कर कोई भी प्रक्षेपण करने पर रोक लगा रखी है।
दैनिक समाचार पत्र जूंगांग इल्बो ने दक्षिण कोरिया के एक सरकारी सूत्र के हवाले से कहा, 'विभिन्न माध्यमों से हाल ही में यह पता चला है कि उत्तर कोरिया ने नया उपग्रह तैयार कर लिया है और उसे क्वॉन्गम्योंगसोंग-5 नाम दिया है। उनकी योजना कैमरों और दूरसंचार यंत्रों से लैस सैटलाइट को अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित करना है। उत्तर कोरिया ने फरवरी 2016 में क्वॉन्गम्योंगसोंग-4 सैटलाइट का प्रक्षेपण किया, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने छद्मवेशी बलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के तौर पर देखा।
दक्षिण कोरियाई सेना के जॉइंच चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रवक्ता ने कहा कि उनका देश उपग्रह प्रक्षेपण की आड़ में लंबी दूरी के मिसाइल परीक्षण समेत उकसावे वाले कृत्यों पर नजर रख रहा है। यह खबरें तब आई हैं जब उत्तर कोरिया की सत्तारूढ़ पार्टी के अखबार ने कहा कि उनके देश को उपग्रह प्रक्षेपित करने और अपनी अंतरिक्ष तकनीक विकसित करने