Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 04:41 PM
18 साल की उम्र में 80 साल की दिखने वाली यमन की लड़की साईदा अहमद बागली फिर सुर्खियों में हैं। गंभीर कुपोषण से ग्रस्त ये लड़की पिछले साल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोर चुकी है
यमनः 18 साल की उम्र में 80 साल की दिखने वाली यमन की लड़की साईदा अहमद बागली फिर सुर्खियों में हैं। गंभीर कुपोषण से ग्रस्त ये लड़की पिछले साल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोर चुकी है। युद्ध में फंसा यमन मानवतावादी संकट का प्रतीक है जहां कुपोषण के शिकार लोगों ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया था ।
साईदा अहमद बागली पर मीडिया की नजर पिछले साल अक्तूबर में अल-थवरा अस्पताल में पड़ी थी।18 साल की उम्र में बीमार बूढ़ी व कंकाल दिखने वाली इस लड़की की हालत में जबरदस्त सुधार आया है। उपचार के बाद वह इतनी बदल गई है कि लोगों को पहचानने में मुश्किल हो रही है। अब वह अपने परिवार के साथ घर पर रहती है।
उसके पिता के अनुसार,पिछले साल अक्टूबर में बागली का वजन मात्र 11 किलो था जो अब बढ़कर अब 36 किग्रा (80 पौंड) हो गया है। उसके पिता अहमद बागली ने बताया कि वह बेहतर भोजन कर रही है, लेकिन उसे अभी भी निगलने में परेशानी हो रही है । वह केवल दूध, बिस्कुट और रस खा सकती है।
संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक स्तर पर खाद्य सुरक्षा और पोषण पर जारी रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में 85 करोड़ 30 लाख लोग भुखमरी का शिकार हैं। गत वर्ष कुपोषित लोगों की संख्या दुनिया में जहां 81 करोड़ 50 लाख थी वहीं इस साल इसमें 3 करोड़ 80 लाख का इजाफा हुआ।
दुनिया में भुखमरी और कुपोषण से ग्रस्त बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में है। दक्षिणी सूडान इसका ज्वलंत उदाहरण है। इस साल के शुरू में यहां अकाल पड़ा था। युद्ध ग्रस्त नाइजीरिया, सोमालिया और यमन में भी हालात बदतर हैं।
युद्ध से त्रस्त यमन में लोग बुरी तरह कुपोषण की चपेट आकर मौत का ग्रास बनते गए। इन्ही में एक थी साईदा अहमद बागली जिसकी तस्वीरों ने दुनिया को हिला कर रख दिया था।