Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Nov, 2017 01:38 PM
पनामा गणतंत्र के राष्ट्रपति जुआन कार्लोस वरेला चीन के अपने पहले दौरे पर बीजिंग पहुंच गये हैं। पनामा ने पांच महीने पहले ताइवान के साथ संबंध तोड़कर चीन के साथ औपचारिक संबंध स्थापित कर लिए थे। वरेला आज ‘ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल’ में चीनी राष्ट्रपति शी...
बीजिंग: पनामा गणतंत्र के राष्ट्रपति जुआन कार्लोस वरेला चीन के अपने पहले दौरे पर बीजिंग पहुंच गये हैं। पनामा ने पांच महीने पहले ताइवान के साथ संबंध तोड़कर चीन के साथ औपचारिक संबंध स्थापित कर लिए थे। वरेला आज ‘ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल’ में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात करेंगे। इससे पहले कल उन्होंने बीजिंग में पनामा के आधिकारिक दूतावास की स्थापना की। पनामा के ताइवान से संबंध तोड़ लेने के बाद इस स्व-शासित लोकतंत्र के पास अब केवल 20 कूटनीतिक सहयोगी रह गए हैं।
चीन इस द्वीप (ताइवान) पर दावा करता रहा है और इसे विश्व व्यापी रूप से एकाकी करने के लिए चीन ने अभियान भी चलाया। अमेरिका के बाद पनामा नहर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल चीन द्वारा किया जाता है और एक चीनी संघ नहर के दोनों सिरों पर स्थित बंदरगाहों का संचालन करता है। चीन बहुत तेजी से विदेशों में अपने आॢथक आधार को बढ़ा रहा है और वरेला को भी उम्मीद है कि यह नए संबंध पनामा के लिए आॢथक रूप से फायदेमंद होंगे।