किचन की ये छोटी-छोटी बातें, HEALTH पर डालती हैं गहरा प्रभाव

Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jan, 2018 12:50 PM

these small things of the kitchen put deep effect on health

वास्तु के मुताबिक घर का एक-एक कौना वहां रहने वाले लोंगो पर अपना प्रभाव डालता है। इसलिए वास्तु के अनुसार घर का हर हिस्सा महत्वपूर्ण है। लेकिन व्यक्ति हमेशा घर का सबसे महत्व रखने वाला हिस्सा, रसोई को अनदेखा कर देता है।

वास्तु के मुताबिक घर का एक-एक कौना वहां रहने वाले लोगों पर अपना प्रभाव डालता है। इसलिए वास्तु के अनुसार घर का हर हिस्सा महत्वपूर्ण है। लेकिन व्यक्ति हमेशा घर का सबसे महत्व रखने वाला हिस्सा, रसोई को अनदेखा कर देता है। इंसान के जीवन पर सबसे ज्यादा प्रभाव घर का यह हिस्सा ही डालता है। अगर रसोई साफ और व्यवस्थित न हो तो इसका सीधा प्रभाव घर में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य और रिश्तों पर पड़ता है। वास्तु में इस नैगेटिव एनर्जी से बचने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं। आईए जानते हैं इन उपायों के बारे में-

किचन की दीवारों का कलर लाइट रखें, जैसे व्हाइट, क्रीम, यैलो, सॉफ्ट ग्रीन। इससे पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है। रेड और ऑरेंज जैसे स्ट्रॉंग कलर्स यूज करने के प्रयोग से बचें। किचन में स्ट्रॉंग कलर्स यूज करने से घर के लोगों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। 

 

रोजाना किचन को साफ करें। जिस घर की किचन में सामान अव्यवस्थित रहता है उस घर के लोंगो का सेहत खराब रहती है। इसके अलावा किचन और फ्रिज में सड़ी सब्जियां और बासी खाना रखने से भी सेहत पर खराब असर पड़ता है।

 

रसोई में टूटी या चटकी हुई क्रॉकरी न रखें। टूटे गिलास, कप और प्लेट्स आदि रखने से अभाग्य बढ़ता है। इसी तरह टूटे हैंडल वाली कड़ाही भी नहीं रखनी चाहिए। अगर टूटी क्रॉकरी में मेहमानों को खाना परोसा जाए तो बैडलक में वृद्धि होती है।

 

चावल और आटा प्लास्टिक के डिब्बों के बजाए मैटल डिब्बों में रखें। मैटल से संपन्नता बढ़ती है, जबकि प्लास्टिक कंटेनर्स में रखा फूड आईटम वेस्ट मटीरियल लगता है।

 

किचन में टोंटी से अगर पानी टपकता है तो इसे जल्द ठीक करवा लेना चाहिए। बेवजह पानी का बहना या टपकना आर्थिक स्थिति को खराब करता है।

 

डस्टबीन को रोज साफ करें और इसे ढंककर रखें और इसे किचन के दक्षिण या दक्षिण पश्चिम में ही रखें। 

 

किचन घर के दक्षिण पूर्व हिस्से में ही होना चाहिए। अगर यह संभव न हो तो दक्षिण, पश्चिम या उत्तर-पश्चिम में किचन बना सकते हैं। अगर किचन उत्तर दिशा में हो तो करियर में अाने वाले अवसर ब्लॉक हो जाते हैं। जबकि पूर्व में यह हैल्थ के लिहाज से खराब होता है। ईशान कोण में होने से मैंटल टैंशन बढ़ती है और दक्षिण-पश्चिम में किचन होने से रिलेशनशिप खराब होते हैं।

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