Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Dec, 2017 06:06 PM
पाकिस्तान में लगातार बढ़ रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ चीन ने सख्त कदम उठाया है जिसका असर 50 अरब डॉलर वाली (32 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा) चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजना पर भी पड़ा है...
इस्लामाबादः पाकिस्तान में लगातार बढ़ रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ चीन ने सख्त कदम उठाया है जिसका असर 50 अरब डॉलर वाली (32 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा) चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजना पर भी पड़ा है। चीन ने कम से कम 3 बड़े रोड प्रोजैक्ट के लिए स्थायी रूप से फंड रोक दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के इस फैसले से उसके खास 'दोस्त' पाकिस्तान सदमे में है। गौरतलब है कि CPEC चीन की प्रमुख ओबीओआर (वन बेल्ट वन रो़ड) परियोजना का ही हिस्सा है।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पाकिस्तान नेशनल हाइवे अथॉरिटी की अरबों डॉलर की परियोजनाओं को तगड़ा झटका लगा है। इसके चलते कम से कम तीन परियोजनाओं में देरी की आशंका जताई जा रही है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, चीन की ओर से नई गाईडलाइंस जारी होने के बाद फंड जारी किया जाएगा। OBOR परियोजना पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) से भी गुजरेगी। इस परियोजना के जरिए चीन का शिनजियांग इलाका पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से जुड़ेगा।
फंड रोके जाने का असर 210 किलोमीटर लंबी डेरा इस्माइल खान-झोब रोड पर पड़ेगा। इसमें लगभग 81 अरब रुपए की लागत का अनुमान है। इस प्रोजैक्ट के तहत 66 अरब रुपए सड़क निर्माण और 15 अरब रुपए भूमि अधिग्रहण पर खर्च होगा। इसके अलावा 19.76 अरब रुपए की 110 किलोमीटर लंबी खुजदार-बसिमा रोड परियोजना पर भी इसका असर पड़ेगा। वहीं तीसरी परियोजना रायकोट से थाकोट के बीच काराकोरम हाइवे है। 136 किलोमीटर लंबी इस सड़क के निर्माण पर करीब 8.5 अरब रुपए खर्च होने का अनुमान है।