Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Dec, 2017 07:27 PM
दक्षिण भारत में कहर बरपाने वाले समुद्री तूफान ओखी के गुजरात तट की ओर बढऩे के मद्देनजर राज्य के दक्षिण और सौराष्ट्र क्षेत्रों में रविवार को भारी वर्षा की चेतावनी और एहतियाती उपायों और सतर्कता के बीच सोमवार को मुयमंत्री विजय रूपाणी ने एक उ‘च स्तरीय...
गांधीनगर: दक्षिण भारत में कहर बरपाने वाले समुद्री तूफान ओखी के गुजरात तट की ओर बढऩे के मद्देनजर राज्य के दक्षिण और सौराष्ट्र क्षेत्रों में रविवार को भारी वर्षा की चेतावनी और एहतियाती उपायों और सतर्कता के बीच सोमवार को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने एक उ‘च स्तरीय समीक्षा बैठक की।
बैठक में भाग लेने वाले मुय सचिव जे एन सिंह तथा राजस्व विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने बताया कि ओखी के चलते केरल से भटक कर आई मछुआरों की 50 नौकाओं को यहां वेरावल तट पर रखा गया है तथा इन पर सवार मछुआरों के ठहरने की व्यवस्था की गई है।
उधर गुजरात मैरीटाइम बोर्ड ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों गत 22 अक्टूबर को शुरू हुई भावनगर के घोघा और भरूच के दहेज के बीच रो-रो फेरी सर्विस (स्टीमर सेवा) को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है। अरब सागर में खंभात की खाड़ी में चलने वाली इस सेवा को फिर से शुरू करने के बारे में निर्णय छह दिसंबर को लिया जाएगा।
इस बीच सोमवार सुबह साढे पांच बजे करीब सूरत से 870 किलोमीटर दक्षिण दक्षिण पश्चिम में केंद्रित इस तूफान के मंगलवार को दक्षिण गुजरात तट पर पहुंचने और बाद मेें कमजोर पड़ जाने की संभावना है। अहमदाबाद मौसम केंद्र के निदेशक जयंत सरकार ने बताया कि यह फिलहाल यह एक गंभीर तूफान है पर जब यह गुजरात तट पर पहुंचेगा तो कमजोर पड़ कर गहरे दबाव के क्षेत्र अथवा सामान्य दबाव के तौर पर गुजरेगा। मछुआरों को समुद्र तट में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है।
एनडीआरएफ की टीमों को तटवर्ती इलाकों में तैनात कर दिया गया है। इस बीच इसके प्रभाव से कई इलाकों में बरसात शुरू हो गई है। मंगलवार को वलसाड, सूरत, नवसारी तथा अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ आदि तटवर्ती जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने आगामी छह दिसंबर तक कई इलाकों में बेमौसम वर्षा की चेतावनी भी जारी की है। वर्षा के चलते कपास, गेहूं, जीरा आदि की फसल को नुकसान की आशंका भी है।
राज्य में चुनावी गहमागहमी के बीच तूफान और वर्षा के चलते प्रचार के भी एक दो दिन तक प्रभावित होने की संभावना है। दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के 19 जिलों की 89 सीटों पर नौ दिसंबर को पहले चरण में तथा शेष 14 जिलों के 93 सीटों पर दूसरे चरण में 14 दिसंबर को मतदान होना है।