Edited By ,Updated: 18 Sep, 2016 10:07 AM
भारत एक विविधताओं का देश है। यहां अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं। त्यौहार हमारे जीवन का अहम हिस्सा हैं। त्यौहारों में हमारी संस्कृति
भारत एक विविधताओं का देश है। यहां अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं। त्यौहार हमारे जीवन का अहम हिस्सा हैं। त्यौहारों में हमारी संस्कृति की झलक दिखाई देती है। त्यौहार जीवन का उल्लास अौर खुशियों की सौगात हैं। भारत एक ऐसा देश है जहां हर मौसम, हर परंपरा, हर धर्म किसी न किसी पर्व, उत्सव को लेकर आता है। त्यौहार जहां सबको एकजुट करते हैं वहीं जीवन के तमाम दुखों को भुलाकर सबके लिए खुशियां मनाने का अवसर लेकर आते हैं। त्यौहारों को मनाने के साथ-साथ हम सांस्कृतिक रुप से समृद्ध होते जाते हैं। आइए जानें इस सप्ताह के त्यौहार अौर उत्सवों के बारे में-
प्रस्तुत सप्ताह का प्रारंभ विक्रमी आश्विन प्रविष्टे 3, आश्विन कृष्ण तिथि द्वितीया, रविवार, विक्रमी सम्वत् 2073, राष्ट्रीय शक सम्वत् 1938, दिनांक 27 (भाद्रपद) को होकर समाप्ति विक्रमी आश्विन प्रविष्टे 9, आश्विन कृष्ण तिथि नवमी, शनिवार को होगी।
पर्व, दिवस तथा त्यौहार : 18 सितम्बर को श्री गुरु अंगद देव जी गुरयाई प्राप्ति दिवस (नानकशाही कैलेंडर) तिथि द्वितीया का श्राद्ध, 19 सितम्बर तिथि तृतीया का श्राद्ध, फिर बाद दोपहर 3.07 के बाद तिथि चतुर्थी का श्राद्ध, श्री गणेश चतुर्थी व्रत, 20 सितम्बर तिथि पंचमी का श्राद्ध (पूर्व दोपहर 11.58 के उपरांत), भरणी श्राद्ध, 21 सितम्बर तिथि षष्ठी का श्राद्ध (प्रात: 9.02 के पश्चात), चंद्र षष्ठी व्रत, 22 सितम्बर तिथि सप्तमी का श्राद्ध, विषुव दिवस, दक्षिण गोलारंभ, 23 सितम्बर तिथि अष्टमी का श्राद्ध, श्री महालक्ष्मी व्रत समाप्त (सूर्योदय व्यापिनी), जीवित्पुत्रिका व्रत, राष्ट्रीय शक आश्विन मासारंभ, राव तुला राम पुण्य तिथि, 24 सितम्बर तिथि नवमी का श्राद्ध, सौभाग्यवती का श्राद्ध, मातृ नवमी।